गुणवत्ता से समझौता बगैर काम में लाएं तेजी : मुख्यमंत्री योगी
- मुख्यमंत्री ने किया गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण
गोरखपुर, 07 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने नाला पर कहीं भी शेष रह गए चिन्हित अतिक्रमण को हटाने तथा निर्माण कार्य को तीव्र गति से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट की ड्राइंग व वीडियो प्रेजेंटेशन का अवलोकन किया। मौके पर मौजूद अधिकारियों से प्रोजेक्ट के महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने प्रोजेक्ट के तहत निर्माणाधीन एसटीपी का भी निरीक्षण कर अब तक हुई प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और काम में भी तेजी लाई जाए।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ सांसद रविकिशन, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह आदि भी मौजूद रहे।
निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री योगी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि रामगढ़ताल पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बन चुका है। यहां पर जल के प्राकृतिक स्रोत को पुनर्जीवित करने के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण नाला इसके साथ जुड़ता है वह गोड़धोइया नाला है। गोड़धोइया नाला मृतप्राय पड़ा था। इसके जीर्णोद्धार के लिए बनी परियोजना में रामगढ़ताल तक नाला के डायवर्जन, इंटरसेप्शन और ट्रीटमेंट के कार्य होंगे। रामगढ़ताल में प्रदूषित जल जाने से रोकने का प्रयास होगा। इस दृष्टि से 10 किलोमीटर के इस नाला के पुनरुद्धार और गोरखपुर के उत्तरी क्षेत्र की जल निकासी की समस्या का समाधान करने का भी कार्य शुरू है। नाले के पुनरुद्धार में अलग अलग सीवर लाइन और ड्रेनेज लाइन पड़ेगी। सीधे सीवर या ड्रेनेज का पानी रामगढ़ताल में न गिरे, इसके लिए ट्रीटमेंट का भी कार्य होगा। रामगढ़ताल में जाने वाला पानी शोधित होकर जाएगा। योगी ने कहा कि नाला के पुनरोद्धार से गोरखपुर के उत्तरी क्षेत्र में निवास करने वाली लगभग साढ़े तीन लाख से अधिक की आबादी को सीधे लाभ होगा। 17 से 18 वार्डों को जल निकासी का बेहतर माध्यम मिलेगा। पुनरुद्धार कार्य पूरा होने के बाद आवागमन का भी एक बेहतरीन माध्यम आमजन को प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि गोड़धोइया नाला पर काफी बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो गया था। उसे चिन्हित कर हटाया गया है और कुछ को अभी हटाया जा रहा है। गोड़धोइया नाला के पुनरोद्धार से रामगढ़ताल के सुंदरीकरण की मंशा भी पूरी होगी।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. आमोदकांत /पदुम नारायण