सीएसआईआर-सीमैप की किसानों की आय को दुगुना करने मे महत्वपूर्ण भूमिका : ब्रजेश पाठक
लखनऊ, 14 अगस्त (हि.स.)। सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीएसआईआर-सीमैप), लखनऊ द्वारा 46वां वार्षिक दिवस बुधवार को मनाया गया। कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि उप्र सरकार में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया और सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक, डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, वैज्ञानिकों, कर्मचारियों व शोधार्थियों को वार्षिक दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने में सीएसआईआर-सीमैप की महत्वपूर्ण भूमिका है। यहां वैज्ञानिक हर समय नये-नये शोधों के माध्यम से किसानों की आय को बढ़ाने में लगे रहते हैं।
उन्होने कहा कि यहां के वैज्ञानिक औषधीय एवं सगंध पौधों की नई-नई उन्नत प्रजातियों जोकि बदलते परिवेश के अनुरूप अधिक पैदावार दे सकें। ऐसे बहुत से शोध किये हैं, जिस पर सभी को गर्व है। मुख्य अतिथि द्वारा अपने ब्राजील दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वहाँ के किसान मुख्यतः यंत्रों की सहायता से खेती कर अधिक लाभ ले रहे हैं जिसमे मानव श्रम की कम खपत होती हैं, उन्होंने इसी मॉडल से भारत मे खेती करने का आवाहन किया। उन्होने यह भी कहा कि सीएसआईआर-सीमैप अपने शोध एवं विकास कार्यों से किसानों की आय को दुगुना करने मे अपनी भूमिका बखूबी निभा रहा है। उन्होने सीएसआईआर-सीमैप के वैज्ञानिकों द्वारा प्रकाशित किए गए उत्कृष्ट शोध पत्रों की सराहना की।
डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप वार्षिक दिवस समारोह मे पधारे अतिथियों का स्वागत किया एवं संस्थान द्वारा विगत वर्ष में किए गये शोध कार्यों से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि सीमैप के वैज्ञानिकों द्वारा देश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से दूरस्थ क्षेत्रों में औषधीय एवं सगंध पौधों की उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों व उन्नत प्रजातियों को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है । इस दिशा मे वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा एरोमा मिशन चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत एरोमा क्लस्टर विकसित कर आदिवासी व दूर-दराज के किसानों को औस फसलों के उत्पादन में प्रशिक्षित किया गया।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष किसानों के 1100 हे. क्षेत्रफल में औषधीय एवं सगंध फसलों का विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 104 शोध पत्र, 06 तकनीकी हस्तांतरण, 04 पैटेंट के साथ-साथ लगभग 8500 कृषकों व विद्यार्थियों को संस्थान मे चल रही नित नई गतिविधियों से अवगत कराया गया है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप मे पधारे डॉ. भास्कर नारायण, निदेशक, सीएसआईआर-आईआईटीआर व डॉ. अजीत कुमार शासने, निदेशक, सीएसआईआर- एनबीआरआई ने अपने सम्बोधन वैज्ञानिकों व शोधार्थियों द्वारा प्रकाशित किए शोध पत्रों सराहना की और 46वें वार्षिक दिवस की संस्थान को बधाई दी।
सीएसआईआर-सीमैप के वार्षिक दिवस के अवसर पर ओड़ीशा के आदिवासी किसानों मे नीबूघास की खेती को विस्तार हेतु मेसर्स ब्रोमहन सोलुशन प्राइवेट लिमिटेड, भुवनेश्वर के साथ एम.ओ.यू. किया गया। इस अनुबंध के अंतर्गत औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती के विस्तार हेतु सीएसआईआर-सीमैप द्वारा विकसित औषधीय एवं सगंध पौधों की उन्नत प्रजातियों की पौध सामग्री व तकनीकी मदद की जाएगी। इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों द्वारा सीएसआईआर-सीमैप के छह विभागीय इकाइयों के वैज्ञानिकों द्वारा प्रकाशित आठ उत्कृष्ट शोध पत्रों को भी पुरस्कृत किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र नाथ राय / Siyaram Pandey