मुख्यमंत्री योगी बोले- हमने जो कहा सो किया, मंदिर वहीं बनाया
नेता प्रतिपक्ष पर प्रहार, इन्हें प्रदेश के गौरव की नहीं वोटबैंक की चिंता
लखनऊ, 07 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा को अद्भुत,अलौकिक और अविस्मरणीय क्षण बताया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर के विरोध के लिए विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष को प्रदेश के गौरव की नहीं सिर्फ वोट बैंक की चिंता है। ये बड़ी खतरनाक व्यथा है। वोट बैंक के लिए हम किस स्तर पर जाकर लोकआस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 22 जनवरी को पूरी दुनिया के लिए अद्भुत क्षण था। भारत के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न हुआ। प्रसन्नता है कि हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया। जो कहा सो किया,जो संकल्प लिया उसकी सिद्धि भी हुई। यही नहीं,सीएम योगी ने अयोध्या के साथ-साथ काशी और मथुरा विवाद को लेकर भी महत्वपूर्ण टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने दुर्योधन से पांच गांव मांगे थे,उसी तरह यहां सिर्फ तीन स्थलों की बात की गई थी। ये तीनों ईश्वर के अवतरण की धरती है। लेकिन एक जिद थी और उसमें राजनीतिक तड़के और वोट बैंक की प्रवृत्ति ने विवाद खड़ा कर दिया।
योगी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि तब भी दुर्योधन ने कहा था कि सुई की नोक के बराबर जगह नहीं दूंगा तो महाभारत युद्ध तो होना ही होना था। यहां भी वोट बैंक के लिए हमारी संस्कृति और आस्था को रौंदने वाले आक्रांताओं का महिमामंडन किया गया,जिसे अब देश स्वीकार नहीं करेगा।
पिछली सरकारों में हुआ अयोध्या के साथ अन्याय
योगी ने अयोध्या और महाभारत के बीच समानता का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने अयोध्या नगरी को प्रतिबंधों और कर्फ्यू के दायरे में रखा। अयोध्या सुनियोंजित तिरस्कार भी झेलती रही। लोकआस्था के साथ ऐसा खिलवाड़ कभी देखने को नहीं मिला। अयोध्या के साथ अन्याय हुआ। पांच हजार साल पुरानी बात को याद करें तो कृष्ण ने केवल पांच ग्राम मांगे थे। उन्होंने कहा था कि दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम। दुर्योधन ने श्रीकृष्ण को बंधक बनाने की कोशिश, उलटे हरि को बांधने चला जो था असाध्य उसे साधने चला... यही तो हुआ था अयोध्या, मथुरा और काशी के साथ। ये तीनों विशिष्ट स्थल हैं। पहली बार देखने को मिला कि लोक आस्था के लिए भी गिड़गिड़ाना पड़ा। लेकिन अब जब लोगों ने अयोध्या का उत्सव देखा तो नंदी बाबा ने कहा कि हम क्यों इंतजार करें। उन्होंने रात्रि में बैरिकेड तुड़वा डाले। हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं।
राम की मर्यादा हमें धैर्य की प्रेरणा देती है
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यूपी ने 22 जनवरी 2024 की घटना को देखा है। पूरा देश अभिभूत था। पूरे देश की जनभावना के अनुरूप रामलला वहां प्रत्यक्ष रूप से विराजमान हो चुके हैं। सीएम योगी ने कहा कि राम की मर्यादा हमें धैर्य की प्रेरणा देती है। आज नव्य, भव्य और दिव्य अयोध्या को देख हर कोई अभिभूत है।
हमारी नीति और नीयत स्पष्ट
सीएम योगी ने पूर्व की सरकारों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मंदिर का विवाद न्यायालय में था, लेकिन वहां बिजली की व्यवस्था, स्वच्छता और स्वास्थ्य की व्यवस्था की जा सकती थी। विकास के इन कार्यों को किस मंशा के साथ रोका गया था। काशी, मथुरा का विकास अवरुद्ध करने के पीछे कौन सी मंशा थी। विवाद एक स्थल विशेष का था, मगर वहां के लोगों को वहां आने वालों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित क्यों किया गया।
अयोध्या में परिक्रमा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा सकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दौर था,जब अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित थीं। रामनामी गमछा ओढ़ने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाता था। यही देश ने देखा है। 1990 से लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। हम आश्वस्त कर सकते हैं कि भव्य-नव्य दिव्य अयोध्या हर भारतवासी को आकर्षित करेगी। अयोध्या को दुनिया का बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की कार्यवाही सरकार द्वारा प्रारंभ कर दी गई है। अब अयोध्या में कोई परिक्रमा पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता। पंच कोसी,चौदह कोसी और 84 कोसी को भव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। अब वहां कर्फ्यू नहीं लगा सकता। वहां मंगल भवन अमंगल हारी का कीर्तन सुनाई दे रहा है। अयोध्या सचमुच की अयोध्या बन रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश