पेशेवर एवं आदतन किस्म के अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें: योगी आदित्यनाथ
-मुख्यमंत्री ने माफियाओं एवं उनके गुर्गों की अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर कार्यवाही पर दिया जोर
-काशी को विकास का भी मॉडल बनाए
वाराणसी, 17 अगस्त (हि.स.)। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पेशेवर एवं आदतन किस्म के अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग को सख्त निर्देश दिया है। शहर में कानून व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए नियमित पुलिस पेट्रोलिंग, माफियाओं एवं उनके गुर्गों की अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर सख्ती से कार्यवाही करने को कहा।
शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर शहर में आए मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा हर हालत में सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए कहा कि अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किया जाये। मुख्यमंत्री ने बिट, चौकी, थानावार गुंडों की सूची तैयार कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माणाधीन विकास परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराए। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति भी जानी।
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने शहर में निर्माणाधीन परियोजनाओं तथा पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कानून व्यवस्था की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि रिंग रोड फेज-2 के कार्य, जिसको एनएचएआई बनवा रहा, गंगा में जल स्तर वृद्धि के चलते पुल एवं संपर्क मार्ग के एक लेन का कार्य, अब फरवरी, 2025 तक पूर्ण हो जायेगा। मोहनसराय से कैंट तक 6 लेन सड़क चौड़ीकरण के कार्यों में लगातार देरी पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि अतिरिक्त प्रयास करते परियोजना को पूरा करें। मुख्यमंत्री ने आरओवी, कज्जाकपुरा के निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर तेजी से कार्य को पूर्ण कराए जाने के साथ ही रेलवे उपरगामी सेतु को मानक के अनुरूप बनाए जाने का निर्देश दिया। पांडेयपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज, विधानसभा पिंडरा में होम्योपैथिक कॉलेज के निर्माण कार्य को शीघ्र शुरू कराने के लिए अफसरों को खास तौर पर हिदायत दी।
मुख्यमंत्री ने विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम में वर्षों से विभिन्न पटल तथा फील्ड में जमे कर्मियों को चिन्हित कर उन्हें अविलम्ब हटाने को कहा। उन्हें अन्य जगह स्थानांतरित करने तथा नक्शा प्रक्रिया सरलीकरण के लिए जोर दिया। पुलिस भर्ती परीक्षा को पूरी पारदर्शी एवं सूचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराए जाने की हिदायत दी। मुख्यमंत्री ने विकास प्राधिकरण, नगर निगम एवं ग्राम पंचायतों में तकनीक के प्रयोग को प्रोत्साहित किया। अफसरों को जन सुनवाई करने, जनता से संवाद बनाने व उनकी समस्याओं को नोट कर अविलम्ब समाधान पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी के साथ ही काशी को विकास का भी माडल बनाए।
समीक्षा बैठक में इनकी रही मौजूदगी
समीक्षा बैठक में प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु', जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी धर्मेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुनील पटेल, विधायक टी. राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एमडी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि. शंभू कुमार, वीसी वीडीए पुलकित गर्ग, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल आदि की मौजूदगी रही।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / आकाश कुमार राय