नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाने को प्रतिबद्ध है सरकार : मुख्यमंत्री

 




गोरखपुर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। शारदीय नवरात्र और विजयादशमी पर्व के उपलक्ष्य में लगातार तीन दिन अनुष्ठानिक कार्यक्रमों में अति व्यस्तता के बाद आराम करने की बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह जन समस्याओं के निस्तारण को प्राथमिकता दी।

गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और निस्तारण के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। जनता दर्शन में योगी ने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी है कि किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले, कमजोरों को उजाड़ने वाले किसी भी सूरत में बख्शे न जाएं। उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। जो लोग किन्हीं कारणों से सरकार की योजनाओं के लाभ से वंचित हैं, उन्हें इसका लाभ दिलाएं। सरकार किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने देने और हर नागरिक के जीवन में खुशहाली लाने को प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री योगी ने रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लगभग 300 लोगों से मुलाकात की। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक वह खुद पहुंचे और एक-एक करके सबकी समस्याएं सुनीं। सबके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

मुख्यमंत्री के समक्ष जनता दर्शन में हर बार की भांति इस बार भी कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए।

राजस्व व पुलिस से जुड़े मामलों को मुख्यमंत्री ने पूरी पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ निस्तारित करने का निर्देश देते हुए कहा कि किसी के साथ भी नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए। हर पीड़ित के साथ संवेदनशील व्यवहार अपनाते हुए उसकी मदद की जाए। जनता दर्शन में कुछ महिलाएं अपने बच्चों के साथ आई थीं। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों को खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया और चॉकलेट गिफ्ट करते हुए प्यार व आशीर्वाद दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय