मुख्यमंत्री ने किया वनवासी छात्रावास का लोकार्पण और धनुर्विद्या प्रशिक्षण केन्द्र का शिलान्यास

 


-वनवासी समाज अतीत की परम्पराओं का वाहक : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, 15 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को मोहनलालगंज स्थित सेवा समर्पण संस्थान के बिन्दौआ आश्रम में निर्मित एकलव्य वनवासी छात्रावास का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने धनुर्विद्या प्रशिक्षण केन्द्र का शिलान्यास भी किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें भारत की वन्य परम्परा से जुड़ना है। वनवासी समाज इस देश के अतीत की परम्पराओं का वाहक है। धरती को माता मानकर माता भूमि पुत्रोह्म पृथ्व्यिा के भाव के साथ अरण्य संस्कृति को लेकर चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएसआर फंड को बेहतर उपयोग कैसे हो सकता है यहां पर देखने को मिल रहा है। इसके लिए एचपीसीएल बधाई की पात्र है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यहां पर परम्परागत विधा और उनकी प्रतिभा को उजागर करने के लिए एक माडर्न सेन्टर बनने जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित सेवा समर्पण संस्थान के प्रकल्प के माध्यम से वहां के बच्चों को लाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़कर उनके मन में प्रचण्ड का ज्वार पैदा किया। भारत को जोड़ने का एक बड़ा कार्य संघ के प्रचारकों ने किया है जिनका पूरा जीवन राष्ट्र व समाज के लिए समर्पित है। पूरा पूर्वोत्तर आज मोदी के साथ जु़ड़ा है। आज पूर्वोत्तर आत्मगौरव की अनुभूति कर रहा है। यह मानता है कि हम भारत के हिस्से हैं। सब जय हिन्द बोलते हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वनवासी समाज के लिए सरकार के द्वारा अनेक काम किये जा रहे हैं। जनजातीय परम्परा को संरक्षित करने के लिए जगह-जगह संग्रहालय बनाये जा रहे हैं। शासन की जिन योजनाओं का लाभ वनवासी समाज को अब तक नहीं मिला होगा वह सारे लाभ दिलाया जायेगा। जिनके पास जमीन नहीं है उन्हें जमीन का पट्टा मिलेगा। मकान नहीं होगा तो मकान मिलेगा। आयुष्मान कार्ड नहीं होगा तो आयुष्मान कार्ड मिलेगा।

वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्येन्द्र ने कहा कि सोनभद्र से पांच राज्यों की सीमा जुड़ी है। यहां पर बभनी में वनवासी समाज के धर्म संस्कृति परम्परा के संरक्षण की दृष्टि से एक शोध केन्द्र यानि जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित किया जाय। जनजातीय समाज के संगठन का एक महायज्ञ है। इस महायज्ञ में वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता एक मौन तपस्वी बनकर मान अपमान की चिंता छोड़कर वनवासियों के उत्थान के लिए कार्य करते हैं। जनजातीय समाज सनातन समाज का संवाहक है। जनजातीय समाज का जीवन इन्दधनुषीय रंग से सुसज्जित है। आकाश से ऊंचा ह्रदय, वायु से प्रवाहमान गति, अग्नि सा तेजोमय और समुद्र से अथाव दृष्टिकोण और इस धरती के साथ ममत्व का संबंध। सहज निश्चछलता के साथ मधुर मुस्कान बिखेरता हुआ जंगलों गिरि कंदराओं में गतिमान है। वनवासी समाज का जीवन वनों के साथ घनिष्ठ है। वनों में ही हमारा पूरा वांडमय रचा गया। अगर पर्यावरण को ठीक रखना है वनवासी समाज को देखना होगा। यानि हमें जितनी आवश्यकता है प्रकृति से उतना ही लेना। वनवासी कल्याण आश्रम वनवासियों के उत्थान के लिए काम कर रहा है। जनजातीय संस्कृति बचेगी तभी सनातन संस्कृति बचेगी। वन समाप्त हुआ तो सारी सृष्टि समाप्त हो जायेगी।

केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम वनवासी समाज को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी ने जो विकसित भारत के लिए जो भी योजना बनाने का काम किया है। हम सब मिलकर देश को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने का काम करें।

हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड के राजीव गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री की गरिमामयी उपस्थििति हमारे लिए प्रेरणा का काम करेगी। उन्होंने कहा कि व्यापार व समाज एक दूसरे पर निर्भर हंै। परस्पर सहयोग से आगे बढ़ सकते हैं। उत्तर प्रदेश में बेहतर शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए पिछले पांच वर्षों में 35 करोड़ की परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया है।

हुडको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजय कुलश्रेष्ठ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हम कई योजनाओं पर काम कर रहे हैं। धनुर्विद्या प्रशिक्षण केन्द्र के लिए अभी हमारी कंपनी की ओर से पहली किस्त दी गयी है। आगे भी हमारा सहयोग रहेगा।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल, प्रान्त प्रचारक कौशल, एचपीसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक पुष्प कुमार जोशी, हुडको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजय कुलश्रेष्ठ और वनवासी कल्याण आश्रम के क्षेत्र संगठन मंत्री मनीराम पाल व शरद जैन उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/पदुम नारायण