सरकारी कार्यालयों का करें औचक निरीक्षण, विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति जांचें : मुख्यमंत्री
- सीएम योगी ने बस्ती मंडल के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ की समीक्षा बैठक
- विकास परियोजनाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने दिये दिशा-निर्देश
- सर्किट हाउस में सांसदों, विधायकों और ब्लॉक प्रमुखों से मुख्यमंत्री ने की मुलाकात
-बच्चों को समय से उपलब्ध कराएं स्कूल यूनिफॉर्म, जूते-मोजे, कॉपी-किताब
-अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी न हो, योग्य चिकित्सक नियुक्त किये जाएं
-पौधरोपण के साथ ही इनकी देखभाल भी जरूरी, जनसहभागिता बढ़ाएं
-मोहर्रम जुलूस पर रखी जाए कड़ी निगाह, कोई भी नई परंपरा शुरू न होने पाए
बस्ती, 05 जुलाई(हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार पूर्वाह्न बस्ती पहुंचे। यहां पुलिस लाइन हेलीपैड पर उनका स्वागत जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। सीएम योगी ने सबसे पहले सर्किट हाउस में मंत्री, सांसदों, विधायकों और ब्लॉक प्रमुखों से मुलाकात की। इसके उपरांत मंडलायुक्त कार्यालय परिसर में वन महोत्सव-2024 वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत उन्होंने पारिजात का पौधा रोपित किया।
मुख्यमंत्री इसके बाद मंडलायुक्त कार्यालय के सभागार में मंडलीय समीक्षा बैठक की, जिसमें संत कबीरनगर तथा सिद्धार्थनगर जिलों के जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े रहे। मुख्यमंत्री ने मंडल में चल रहे महत्वाकांक्षी विकास परियोजनाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बच्चों का नामांकन ससमय कराना सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले स्कूल चलो अभियान की समीक्षा करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों का नामांकन ससमय कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति ससमय भी सुनिश्चित की जाय। इसके लिए अधिकारीगण विद्यालयों का औचक निरीक्षण भी करें। उन्होंने निर्देश दिया कि बच्चों के यूनिफार्म, कापी-किताब समय से उपलब्ध करा दिया जाए।
अस्पतालों में योग्य चिकित्सकों की तैनाती की जाए
विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान की समीक्षा करते हुए उन्होंने समस्त मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि अस्पतालों में समुचित साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए, अगर डाक्टरों की कमी है तो स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारी के माध्यम से योग्य चिकित्सकों की तैनाती की जाए। उन्होंने दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने का भी निर्देश दिया।
संवेदनशील तटबंधों की निगरानी की जाए
बाढ़ से बचाव की समीक्षा करते हुए उन्होंने समस्त जनपदों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील तटबंधों की निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ आने से पूर्व ही समस्त तैयारिया पूर्ण कर ली जाए, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता ना बरती जाए। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री वितरण के लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाये। संर्पदंश के मामलों में पीड़ित को तत्काल उपचार दिया जाए।
पौधरोपण में जनसहभागिता सुनिश्चित की जाए
मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण महाअभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि जनपद में लक्ष्य के सापेक्ष पौध रोपण किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पौधों का वितरण जिम्मेदार व्यक्तियों को किया जाए, जो पौधरोपण करने के साथ-साथ इनका देख-भाल कर सकें। उन्होंने जनसहभागिता सुनिश्चित कराने हेतु पौधों को गोद लेने को कहा। पौधरोपण करते समय अपने नाम की पट्टिका लगायी जाए और यह प्रण लिया जाय हम इसकी देखभाल करेंगे।
मेरिट के आधार पर हो राजस्व वादों का निस्तारण
मुख्यमंत्री ने राजस्व वादों का निस्तारण, मुकदमा, पैमाइश की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि 1 से 3 वर्ष, 3 से 5 वर्ष व 5 वर्ष से अधिक लम्बित मुकदमों का निस्तारण समयबद्धता के साथ मेरिट के आधार पर किया जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नही है, अन्यथा की स्थिति में संबंधित की जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
मोहर्रम में अस्त्र-शस्त्र पर पूर्णत: प्रतिबन्ध रहेगा
उन्होने आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत निर्देश दिया कि अभी से ही कार्ययोजना बना ली जाए। उन्होंने कहा कि मोहर्रम में अस्त्र-शस्त्र पूर्णत: प्रतिबन्ध रहेगा। मोहर्रम के दौरान जूलुस पर कड़ी निगाह रखें तथा लिखित रूप में अनुमति ले ली जाए। उन्होंने कहा कि नयी परम्परा ना शुरू हो, इसका ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि कावड़ यात्रा के दौरान डीजे के आवाज की ऊंचाई मानक के अनुसार ही रखी जाए।
महिला सुरक्षा का रखा जाए विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए। पीड़ित की तरफ से एफआईआर दर्ज करते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए निर्देशित किया कि भीड़ वाले स्थानों पर वर्दी में तथा बिना वर्दी में पुलिस की तैनाती की जाए। उन्होने निरंतर पेट्रोलिंग करने के भी निर्देश दिए।
निवेश बढ़ेगा तो जनपद की जीडीपी भी बढ़ेगी
कृषि विज्ञान केन्द्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि किसानों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाय। उन्होंने निवेश मित्र, एक जनपद एक उत्पाद, विश्वकर्मा श्रम सम्मान की समीक्षा किया। उन्होंने कहा कि पात्र उद्यमियों को चिन्हित करते हुए ऋण वितरण किया जाय। उन्होंने कहा कि बैंक के साथ बैठक में जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाय। अधिक निवेश होने से जनपद की जीडीपी भी बढ़ेगा।
सड़कों से अतिक्रमण हटाया जाए
जलजीवन मिशन योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि कार्य को गुणवत्तापूर्ण किया जाए। पाईप डालने हेतु सड़क के किनारे खोदे गये गड्ढे को कार्य समाप्त हो जाने के बाद तत्काल मिट्टी भरायी करा दिया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों से अतिक्रमण हटाया जाए तथा अवैध टैक्सी स्टैण्ड वसूली ना होने पाए। उन्होंने सड़कों को गड्ढामुक्त करने का निर्देश पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को दिया।
अधिकारी स्वयं करें जनता दर्शन, हर फरियादी की समस्याओं का हो निस्तारण
उन्होने मण्डलायुक्त, तीनों जनपद के जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि जनता दर्शन में फरियादियों की समस्या को सुनें। अगर कोई अधिकारी किसी काम से बाहर रहता है, तो उसके स्थान पर दूसरे अधिकारी को नामित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि समय-समय पर कार्यालयों का निरीक्षण किया जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को गहनता से सुने तथा उसका निराकरण किया जाए।
जनप्रतिनिधियों की शिकायतों और समस्याओं को सुनकर अफसरों को दिया निर्देश
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों की शिकायतों को सुना तथा इसके निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान उन्होने बैठक में जनपद के प्रभारी मंत्री राकेश सचान, सांसद सिद्धार्थनगर जगदम्बिका पाल व सांसद संतकबीरनगर, विधायक हर्रैया अजय सिंह, महादेवा के दूधराम, सदर के महेन्द्र नाथ यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष बस्ती संजय चौधरी, सिद्धार्थनगर एवं संतकबीर नगर, जिलाध्यक्ष विवेनानन्द मिश्र, सहित बस्ती के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महेन्द्र/राजेश