सीएचसी चोलापुर व आयुष्मान आरोग्य मंदिर करधना प्रथम को 'एनक्वास' सर्टिफ़ाइड का दर्जा
-जनपद में चिकित्सा व स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि:सीएमओ
वाराणसी, 01 अप्रैल (हि.स.)। जिले का मिनी जिला चिकित्सालय कहे जाने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर और सेवापुरी ब्लॉक के आयुष्मान भारत-आयुष्मान आरोग्य मंदिर करधना प्रथम को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) का दर्जा प्राप्त हुआ है। भारत सरकार के निर्धारित सभी स्वास्थ्य मानकों को पूरा कर सीएचसी चोलापुर ने 82.7 फीसदी और करधना प्रथम ने 88 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। इस उपलब्धि से वाराणसी में सीएचसी स्तर का पहला सीएचसी चोलापुर और करधना प्रथम, दूसरा आयुष्मान आरोग्य मंदिर बन गया है, जिसे ‘एनक्वास’ सर्टिफ़ाइड होने का दर्जा प्राप्त हुआ है। सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि वाराणसी जनपद में चिकित्सा व स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले वाराणसी के राजकीय चिकित्सालयों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को एनक्वास मिल चुका है, लेकिन जनपद के किसी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को यह उपलब्धि पहली और आयुष्मान आरोग्य मंदिर को दूसरी बार हासिल हुई है। सीएमओ ने सीएचसी चोलापुर के अधीक्षक डॉ आरबी यादव समेत समस्त अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मियों एवं करधना प्रथम आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अंजनी भारती, सुधा, एएनएम, समस्त आशा कार्यकर्ताओं और ग्राम प्रधान निसार अहमद को बधाई दी। सीएमओ ने कहा कि सीएचसी चोलापुर और आयुष्मान आरोग्य मंदिर करधना प्रथम, अब जनपद के लिए मॉडल केंद्र बन गए हैं। अधीक्षक डॉ आरबी यादव ने बताया कि सीएचसी चोलापुर ने भारत सरकार की ओर से निर्धारित मानकों क्रमशः दुर्घटना एवं आपातकालीन, ओपीडी, आईपीडी, लैब, फार्मेसी, सहायक सेवाएं, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन एवं ब्लड स्टोरेज यूनिट में 82.7 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। मंडलीय सलाहकार डॉ. तनवीर सिद्दकी ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर करधना प्रथम ने केयर इन प्रेग्नेंसी एंड चाइल्ड बर्थ, निओनेटल एंड इंफेंट हेल्थ सर्विसेज़, चाइल्डहुड एंड एडोलसेंट हेल्थ सर्विसेज़, फैमिली प्लानिंग, मैनेजमेंट ऑफ कम्यूनिकेबल डीजीज़, मैनेजमेंट ऑफ सिम्पल इलनेस इनक्लूडिंग माइनर एलीमेंट्स एवं मैनेजमेंट ऑफ नॉन कम्यूनिकेबल डीसीज़ पर बेहतर स्कोर प्राप्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम