भारत और इजराइल के सम्बन्धों का नया अध्याय शुरू : अनिल राजभर

 


श्रम मंत्री ने कहा, देश के निर्माण और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में श्रमिकों की महत्वपूर्ण भूमिका

लखनऊ, 23 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री मिशन रोजगार योजना के तहत इजराइल में भारतीय श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित स्किल टेस्ट कार्यक्रम आईटीआई परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्रम मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि देश के निर्माण और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में श्रमिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री श्रमिकों के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। उनकी प्रेरणा से श्रमिकों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए निरन्तर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय श्रमिकों को इजराइल में सेवायोजित किये जाने से भारत और इजराइल के सम्बन्धों का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। इससे दोनों देशों के सम्बन्ध और गहरे होंगे।

श्रम मंत्री ने कहा कि इजराइल को नवनिर्माण कार्य के लिए कुशल श्रमिकों की आवश्यकता है। यह भारतीय श्रमिकों के लिए बहुत बड़ा अवसर है। उन्होंने सभी श्रमिकों से अपील की कि जिनका भी चयन हो जायेगा, वे पूरे मनोबल के साथ इजराइल जाकर मेहनत और लगन से कार्य करें। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की स्थिति को सुधारने और अधिक बेहतर बनाने के जितने विकल्प हो सकते हैं, उन सभी पर कार्य किया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि यूरोप के देशों में भारतीय श्रमिकों की मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के आने-जाने में कोई समस्या न हो, उनकी सभी जरूरतों को ध्यान में रखा जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें कम ब्याज पर ऋण भी उपलब्ध कराया जायेगा। मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देश एवं प्रदेश के युवाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन ही निर्माण श्रमिकों को इजरायल देश मे रोजगार देने का कार्यक्रम किया जा रहा है।

प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास एवं उद्यमशीलता एम. देवराज ने मुख्यमंत्री मिशन रोजगार योजना के अन्तर्गत भारत से इसराइल जाने वाले युवकों को मेहनत, लगन एवं ईमानदारी से कार्य करने की प्रेरणा दी। श्रमायुक्त, मार्कण्डेय शाही ने कहा कि इतने अच्छे वेतन पर सरकार की देख- रेख में विदेश जाने वाले युवकों के लिए बड़े गर्व की बात है यह हमारे सरकार की सही दिशा में सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में 5,000 लोगों को भेजा जा रहा है।

मंगलवार को आगरा, कानपुर एवं लखनऊ से 629 श्रमिकों का, 24 जनवरी को आजमगढ एवं बांदा मण्डल के 585 श्रमिकों का, 25 जनवरी को बरेली, झांसी, नोयडा, मुरादाबाद एवं देवीपाटन मण्डल के 563 श्रमिकों का, 27 जनवरी को वाराणसी, मिर्जापुर, मेरठ एवं गाजियाबाद के 656 श्रमिकों का, 28 जनवरी, को गोरखपुर मंडल के 877 श्रमिकों का 29 जनवरी, को अयोध्या एवं सहारनपुर मण्डल के 739 श्रमिकों का एवं 30 जनवरी को अलीगढ़, बस्ती एवं प्रयागराज मंडल के 603 श्रमिकों का परीक्षण किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/सियाराम