उप्र में नम हवाओं से मेघगर्जन के साथ बौछारें पड़ने की संभावना
-आसमान में बादलों की बनी रहेगी आवाजाही, बरकरार रहेगी गर्मी
कानपुर, 21 मई (हि.स.)। सूरज की आग उगलती लपटों से उत्तर प्रदेश में निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है जिससे बंगाल की खाड़ी से नम हवाएं आने लगी हैं। इससे आसमान में बादल बनने शुरू हो गये हैं और तापमान में भी कुछ गिरावट आई है। मौसम विभाग का कहना है कि प्री मानसून की गतिविधियां शुरू हो गई हैं जिससे कहीं-कहीं पर मेघगर्जन के साथ बौछारें पड़ सकती हैं लेकिन गर्मी बरकरार रहेगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि तमिलनाडु के आंतरिक भाग पर एक परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 तक फैला हुआ है। उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
इस चक्रवाती परिसंचरण से पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार और झारखंड होते हुए गंगीय पश्चिम बंगाल तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। एक ट्रफ रेखा मध्य महाराष्ट्र से कर्नाटक तट तक फैली हुई है। बंगाल की खाड़ी में मानसून लय बना रहा है और आगे बढ़ रहा है। इससे नम हवाएं उत्तर प्रदेश में आना शुरू हो गई हैं। इन नम हवाओं से बादल भी बन रहे हैं और यही बादल कहीं-कहीं मेघगर्जन भी करेंगे। इसके साथ ही धूल भरी आंधी के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। यह सभी गतिविधियां प्री मानसून की होती हैं लेकिन गर्मी से कुछ खास राहत नहीं मिलती। इस दौरान का जो तापमान रहता है वातवरण में नमी होने से उससे तीन से चार डिग्री सेल्सियस अधिक होने का एहसास कराता है।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 39.8 और न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 61 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 36 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 10.2 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं किन्तु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। दिन के तापमान में सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने के आसार हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दिलीप