उप्र में पछुआ हवाओं से गिरा रात का तापमान, बारिश की संभावना
कानपुर, 18 फरवरी (हि.स.)। पश्चिमी हिमालय पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से उत्तर प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव होने जा रहा है। आगामी तीन दिन पश्चिमी से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में गरज चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। इसके साथ ही पछुआ हवाओं के चलने से रात का तापमान गिर रहा है। इससे सुबह शाम की जहां सर्दी बनी रहेगी तो वहीं कोहरा भी आसमान में छाया रहेगा, हालांकि 25 फरवरी से मौसम साफ हो जाएगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रुप में अपनी धुरी के साथ 5.8 किमी ऊपर औसत स्तर पर लगभग 30° उत्तर अक्षांश के उत्तर में 51 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ चल रहा है। एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान पर स्थित है और औसत स्तर से 1.5 किमी ऊपर है। समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 100-120 नॉट क्रम की जेट स्ट्रीम हवाएँ उत्तर-पश्चिम और निकटवर्ती मध्य भारत में 22° उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रही हैं। तटीय कर्नाटक से दक्षिण गुजरात तक चलने वाली ट्रफ रेखा अब तटीय कर्नाटक से उत्तरी मध्य महाराष्ट्र तक बनी हुई है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। मौसम की इन गतिविधियों को देखते हुए 19 फरवरी उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में बारिश की गतिविधि की उम्मीद हो सकती है। 20 फरवरी तक, इसका विस्तार मध्य और पूर्वी जिलों तक हो जाता है, और 21 फरवरी तक दक्षिण-पूर्वी कोने को छोड़कर, राज्य के अधिकांश हिस्सों में वर्षा होने की संभावना है।
बताया कि अधिकतम तापमान 28.0 और न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 90 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 36 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 3.6 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 20 व 21 फरवरी के मध्य स्थानीय स्तर पर तेज हवाओं, गरज-चमक एवं ओलावृष्टि साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/बृजनंदन