उप्र में तेज हवाओं के साथ बारिश व ओलावृष्टि की संभावना

 


- ओलावृष्टि से फसलों के उत्पादन पर पड़ सकता है प्रभाव

कानपुर, 19 फरवरी (हि.स.)। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के साथ एक चक्रवात उत्तर प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रहा है। ऐसे में संभावना है कि पश्चिमी उप्र से लेकर पूर्वी उप्र तक स्थानीय स्तर पर तेज हवाएं चलेंगी। इसके साथ ही कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश होगी और ओलावृष्टि से भी इंकार नहीं किया जा सकता। मौसम के इस बदलाव से फसलों के उत्पादन पर असर पड़ने की संभावना है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि दो पश्चिमी विक्षोभ, एक मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में, एक गर्त के रुप में 60 डिग्री पूर्व देशांतर और 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चलता है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण के रुप में मौजूद है। एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान पर है जो समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। 140 नॉट की अधिकतम गति वाली जेट स्ट्रीम हवाएँ उत्तर और आसपास के मध्य भारत में औसत समुद्र तल से लगभग 12.6 किमी ऊपर चल रही हैं। मौसम की इन गतिविधियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव होने जा रहा है। आज देर रात्रि से लेकर 21 फरवरी तक पश्चिम से लेकर पूर्व उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं के साथ बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती हैं। इसके साथ ही मेघ गर्जन और ओलावृष्टि की भी संभावना है।

बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 27.6 और न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 77 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 44 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 3.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 20 व 21 फरवरी के मध्य स्थानीय स्तर पर तेज हवाओं, गरज-चमक एवं ओलावृष्टि साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/बृजनंदन