गेहूं की पहली बार हल्की सिंचाई करना लाभदायक: मौसम वैज्ञानिक

 


कानपुर,11 दिसम्बर (हि.स.)। चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने सोमवार को इस सीजन की मुख्य फसल गेहूं को लेकर अपने बयान जारी करते हुए बताया कि गेहूं में पहली सिंचाई हलकी करनी चाहिए है जिससे कि कोई क्षति न पहुंचे। अधिक सिंचाई से हानि होती है। वैज्ञानिक सुझाव पर सिंचाई करने से गेहूं की पैदावार में भी किसानों को अधिक लाभ प्राप्त होगा।

उन्होंने बताया कि गेहूं में पहली सिंचाई 20 से 30 दिन पर की जाती है। यदि आपने अपनी गेहूं की बुआई जल्दी की है, तो आप 20 दिन पर गेहूं की सिंचाई कर दें। यदि आपने देर से बुआई की है, तो आप अपनी गेहूं की सिंचाई 30 दिन पर कर सकते हैं। या फिर आप अपनी मिट्टी के हिसाब से भी गेहूं सिंचाई के समय में दिन ऊपर नीचे कर सकते हैं।

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इसी तरह गेहूं में दूसरी सिंचाई 60 से 70 दिन पर करनी चाहिए। इसमें भी जलवायु और आपकी बिजाई का समय निर्भर करता है। आप सिंचाई समय ऊपर नीचे कर सकते है। गेहूं में तीसरी सिंचाई 95 से 105 दिन पर की जाती है। गेहूं में चौथी और आखिरी सिंचाई 120 से 130 दिन पर करनी चाहिए। इसके बाद अगर आपको लगता है तो आप एक सिंचाई और कर सकते हैं। आपकी गेहूं की फसल 4 सिंचाई में भी पैक कर तैयार हो जाती है।

उन्होंने बताया कि किसान भाई कृपया गेहूं बिजाई का समय अपनी डायरी में नोट करके रखें। उसमें आपको पहले पानी कब और उसमें क्या-क्या डालना है। इस सबका का चार्ट पहले ही बना लें, ताकि आप समय पर गेहूं की सिंचाई कर सके और उसमें खाद डाल सकें।अगर आप ऊपर गए तरीके से दिए गए तरीके से गेहूं की सिंचाई करते हैं। तो आप निश्चित ही अपनी पैदावार बढ़ा सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन