ट्रस्ट का उद्देश्य सामाजिक कार्य करना : स्वामी कल्याणीनंद गिरी

 


-अखिल भारतीय कल्याणी सनातन सेवा ट्रस्ट के शिविर का हुआ शुभारम्भ

प्रयागराज, 05 फरवरी (हि.स.)। माघ मेला में किन्नर अखिल भारतीय कल्याणी सनातन सेवा ट्रस्ट के शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़ा मां भवानी राम वाल्मीकि ने किया। ट्रस्ट अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणी नंद गिरी किन्नर अखाड़ा ने बताया कि ट्रस्ट का उद्देश्य सामाजिक कार्य करने के लिए है। इसी उद्देश्य से इस ट्रस्ट का निर्माण किया गया है।

उन्होंने कहा कि जैसे पहले किन्नर समाज को लोग सिर्फ यही समझते थे कि बधाइयां देकर और नाच-गाने कर अपना पेट पालते हैं, वस्तुतः ऐसा नहीं है। इस ट्रस्ट के माध्यम से गरीब बच्चे-बच्चियों की शादी करना या किसी भी प्रकार से सहायता प्रदान करने हेतु हम किन्नर समाज बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले सकें। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण होने से हमारा समाज प्रसन्न व आहलादित है। जैसा की प्रभु श्रीराम का 14 वर्ष का वनवास हुआ, उस वक्त किन्नर समाज की माताएं सरयू तट पर बैठी थीं। जब प्रभु श्रीराम अयोध्या लौट कर आए तो उन्होंने पूछा कि आप सब यहां किसलिए बैठे हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु आप आज्ञा ही नहीं दिए तो हम कहां जाते। उस समय प्रभु श्रीराम आशीर्वाद दिए कि किन्नर समाज का कलयुग में राज्य होगा और जिसको आशीर्वाद वह बधाइयां देंगे वह फलित होगा।

ज्ञानवापी के विषय में उन्होंने कहा कि हमारा किन्नर समाज सभी समाज के लोगों द्वारा पाला जाता है। जिसमें कोई जात-पात का भेदभाव नहीं रहता। हम सभी के घर जाते हैं और सभी को बधाई देते हैं। इसलिए इस पर कोई टिप्पणी नहीं है। अगर वहां मंदिर है तो मंदिर बनेगा या मस्जिद है वह मस्जिद रहेगा। सभी को मिल-जुल कर रहना चाहिए, ऐसा हम सभी का आशीर्वाद है।

अंत में उन्होंने कहा कि तीर्थराज प्रयाग में जो इस वक्त स्नान करता है, उसका कल्याण ही कल्याण होता है। कार्यक्रम में महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़ा स्वामी कल्याणी नंद गिरी महाराज अध्यक्ष मुख्य ट्रस्टी, किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरी, विशाल तलवार संगठन मंत्री, अजय चौरसिया, वैष्णवी जगदम्बा कोषाध्यक्ष, मनीषा शर्मा, राहुल कुमार, महक कुशवाहा, परी मिश्रा, तेजस्वी श्रीवास्तव, दिलीप चौरसिया, सुमित चौरसिया, अर्जन, मुकुल, मोहिनी, बॉबी, अभय शुक्ला, विकास आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/आकाश