वायरस एवं रहन-सहन में बदलाव के कारण बुखार : डॉ अनुभा
प्रयागराज, 05 नवम्बर (हि.स.)। भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा की सामान्य बैठक परिचर्चा मौसमी बुखार कारण, लक्षण एवं उपचार पर आयोजित की गई।
मुख्य अतिथि मेडिसिन विभाग मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर डॉ अनुभा श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान में बुखार वायरस के निरंतर बदलाव से आ रहा है। बारिश के देर से आने के कारण संचारी रोग अब फैल रहे हैं। इसका कारण रहन-सहन का बदलाव भी है।
डॉ अनुभा ने कहा कि डेंगू के लिए पानी को इकट्ठा न होने दें, साथ ही कूड़ा करकट का उचित प्रकार से समापन नहीं होता। जिससे बैक्टीरिया पैदा हो रहे हैं, सफाई रखना अत्यंत आवश्यक है। चिकनगुनिया में बुखार व गांठों में सूजन आती है, जिससे दिक्कत बढ़ जाती है। दवाओं का अत्यधिक प्रयोग भी हानिकारक है। यह बीमारी अपना सामान्य समय लेती है। घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे में पेरासिटामोल सबसे उचित दवा है। खान-पान में सादगी और गर्म चीजों का सेवन करें। ओ आर एस या इलेक्ट्रोल लें।
उन्होंने आगे कहा कि विचारों में धनात्मक सोच मनोबल को बढ़ाने में सहायक होती है। टेस्ट कराने से उपचार में आसानी होती है। इलाज हर मरीज का अलग होता है। सभी को सामान्य तरीके से दवाई नहीं दी जा सकती। आज खेलना बंद है, मोटापा बढ़ रहा है। इस पर सावधानी बरतें।
अध्यक्षता करते हुए शाखा अध्यक्ष डॉ अल्पना अग्रवाल ने सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत किया। भारत माता और स्वामी विवेकानंद के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। मुख्य अतिथि का परिचय डॉ सुनील कांत मिश्रा ने कराया। स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र वरिष्ठ सीए नवीन चंद्र अग्रवाल ने भेंट किया। धन्यवाद डॉ रितेश अग्रवाल एवं संचालन डॉ विवेक भदोरिया ने किया। बैठक में आलोक शाह, दिनेश रस्तोगी, डॉ पुरुषोत्तम दास, टी पी शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण