गोरखपुर में वर्किंग वूमेन हॉस्टल की मांग, सांसद रवि किशन ने केंद्र सरकार से की अपील

 

सांसद रवि किशन की मांग: गोरखपुर में वर्किंग वूमेन हॉस्टल के लिए केंद्रीय सहायता जरूरी

गोरखपुर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 500 कमरों वाले हॉस्टल की जरूरत: रवि किशन

कामकाजी महिलाओं को आवास सुविधा देने के लिए गोरखपुर में हॉस्टल बनाएं: सांसद रवि किशन

गोरखपुर, 28 नवंबर (हि.स.)। पूर्वांचल का सबसे बड़ा महानगर गोरखपुर न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों का भी प्रमुख केंद्र है। यहाँ एम्स (AIIMS), पूर्वोत्तर रेलवे का मुख्यालय, फर्टिलाइजर कारखाना, इंडस्ट्रियल एरिया और अन्य सरकारी एवं निजी संस्थानों में हजारों महिलाएं काम करती हैं। साथ ही, गोरखपुर में विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली कामकाजी महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है।

गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला ने केंद्रीय सहायता से गोरखपुर में 500 कमरों वाले अत्याधुनिक वर्किंग वूमेन हॉस्टल के निर्माण की मांग की है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर न केवल पूर्वांचल का सबसे बड़ा महानगर है, बल्कि यहां एयरफोर्स स्टेशन, हवाई अड्डा, विशाल रेलवे नेटवर्क और एम्स जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ-साथ आसपास के 20 जिलों के लोगों की जरूरतों का केंद्र भी है।

सांसद ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गोरखपुर में बड़ी संख्या में कामकाजी महिलाएं रोजगार की तलाश में आती हैं। लेकिन उनके लिए सुरक्षित और सुविधाजनक आवास की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जो उनके कामकाजी जीवन को प्रभावित करता है।

सांसद ने क्या कहा

सांसद रवि किशन ने कहा कि गोरखपुर में कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा, सुविधा और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए एक अत्याधुनिक वर्किंग वूमेन हॉस्टल का निर्माण बेहद जरूरी है। इस हॉस्टल में 500 कमरे होने चाहिए, ताकि बड़ी संख्या में महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। यह न केवल उनके जीवन को सुरक्षित बनाएगा, बल्कि उनके आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन को भी प्रोत्साहन देगा।

महत्वपूर्ण पहल

सांसद ने अपने प्रस्ताव में जोर दिया कि यह वर्किंग वूमेन हॉस्टल महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगा, जहां वे निश्चिंत होकर अपने कार्य और भविष्य की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें। यह सुविधा गोरखपुर को एक अधिक महिला-अनुकूल शहर बनाने की दिशा में भी बड़ा कदम होगा।

उन्होंने केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की अपील की है। सांसद का मानना है कि यह पहल न केवल गोरखपुर, बल्कि पूरे पूर्वांचल की महिलाओं के लिए प्रेरणादायक और लाभदायक सिद्ध होगी।

गौरतलब है कि गोरखपुर में महिलाओं के लिए यह पहला ऐसा प्रोजेक्ट होगा, जो उनकी सुरक्षा और कल्याण को केंद्र में रखकर तैयार किया जाएगा। इससे महिलाओं के लिए एक सुरक्षित, सशक्त और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय