बाराबंकी में बजट पर किसी ने सराहा, किसी ने कोसा
बाराबंकी, 23 जुलाई(हि.स.)। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश किया। इस बजट काे लेकर बाराबंकी में शिक्षाविद्, समाजसेवी, युवाओं की अपनी-अपनी राय रखी। किसी ने बजट को सराहा ताे किसी ने कोसा।
समाजसेवी प्रफुल तिवारी ने कहा कि बजट ठीक है, अभी तीसरी बार बनी सरकार को ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। बावजूद इसके बजट में तो सभी के लिए कुछ न कुछ दिया है। वही महादेवा के युवा अमित तिवारी ने कहा कि इस बजट में बहुत कुछ है। युवाओं को रोजगार के लिए सरकार जो लोन उपलब्ध कराएगी, उससे रोजगार व व्यापार बढ़ेगा, बजट ठीक है।
समाजसेवी चंद्र प्रकाश चौरसिया ने भी बजट को ठीक ठाक बताया है। उन्होंने कहा कि देश के टॉप कंपनियों में युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके लिए हर महीने इन युवाओं पांच हजार रुपये मासिक दिया जायेगा। इस बजट में किसानों से लेकर युवाओं और महिलाओं पर फोकस है। वहीं एसपी शुक्ला ने बजट पर कहा कि रोजगार से लेकर एग्रीकल्चर तक बजट की नौ प्राथमिकताएं हैं। वित्तमंत्री ने निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान युवाओं के लिए बड़ा ऐलान किया है, उन्होंने एक करोड़ युवाओं को खुशखबरी दी है।
डॉ आर.पी. दुबे ने कहा कि इससे बढ़िया बजट और नहीं हो सकता। देश की टॉप कंपनियों को अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग देनी होगी। सरकार की तरफ से 5000 रुपये मासिक मानदेय के तौर पर दिया जाएगा। इस योजना का कोई भी युवा लाभ उठा सकता है। देश के 1 करोड़ युवाओं को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब छोटे कारोबारियों को भी लाभ मिलेगा 15 लाख सालाना इनकम पर 20 प्रतिशत का टैक्स देना होगा।
शहर के कंपनी बाग निवासी युवा नेता अजीत वर्मा ने कहा कि यह बजट में गाँव, गरीब, किसान, युवाओं व महिलाओं के सशक्तीकरण के साथ-साथ अनेक अवसर उपलब्ध करवाकर विकसित व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस बजट से मध्यम वर्ग को टैक्स से मिली बड़ी राहत स्वागत योग्य है। देश की भावी पीढ़ी के आत्मबल को मजबूती देने के लिए मैं प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को बधाई देता हूँ।
वहीं समाजवादी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष अवधेश यादव ने कहा कि बजट केवल कोरा दिखावा है। बजट आम जनमानस के लिए अच्छा नहीं है। भाजपा सरकार बजट के नाम पर हर बार जनता को धोखा देती है। यह बजट गरीबों को ठगने वाला है। इसमें उत्तर प्रदेश के लिए कुछ नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार / पंकज कुमार चतुवेर्दी / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा