भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोच्च रहा है : डॉ नरेंद्र सिंह गौर

 


- भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव

प्रयागराज, 21 जुलाई (हि.स.)। भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोच्च रहा है। गुरु अपने ज्ञान से शिष्यों के उज्ज्वल भविष्य का सृजन करने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

उक्त विचार बतौर मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेंद्र कुमार सिंह गौर ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी भारद्वाज मंडल द्वारा सिविल लाइन स्थित भाजपा कार्यालय में गुरु पूर्णिमा उत्सव पर व्यक्त किया।

इस अवसर पर निवर्तमान सांसद रीता बहुगुणा जोशी, महापौर गणेश केसरवानी एवं भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा ने संयुक्त रूप से कहा कि विद्यार्थी एवं शिष्य के जीवन में बहुमुखी विकास के लिए गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका निहित होती। हमारे सनातन धर्म परम्परा में स्वयं भगवान धरती पर आकर गुरु से ज्ञान अर्जित करते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने गुरु वशिष्ठ और योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण ने गुरु संदीपन मुनि से ज्ञान अर्जित किया था।

जिला प्रवक्ता राजेश केसरवानी ने बताया कि इस अवसर पर गुरु के रूप में कार्यकर्ताओं को प्रेरणा देने वाले डॉ नरेंद्र कुमार सिंह गौर और पूर्व सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी को अंगवस्त्रम पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सम्मानित किया।

कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष अनिल भट्ट एवं धन्यवाद ज्ञापन शशि वार्ष्णेय ने किया। कार्यक्रम में महामंत्री गणेश वर्मा, पार्षद आशीष कुमार द्विवेदी, अंजनी सिंह, अखिलेश्वर मिश्रा, अमन शर्मा, विकास श्रीवास्तव, शांतनु घोष, शुभंकर सिंह, आशीष गुप्ता, माधवी चटर्जी, विनीत गुप्ता, मीना राय, अंसुला गोस्वामी तथा अन्य पदाधिकारी गण मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र / मोहित वर्मा