गाजीपुर लोकसभा सीट पर भाजपा तीन बार जीती, फिर भी राहें आसान नहीं

 


-पांच विधानसभा क्षेत्र में चार पर सपा का कब्जा, एक पर भाजपा के सहयोगी दल सुभासपा काबिज

वाराणसी, 27 मार्च (हि.स.)। गाजीपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के कद्दावर नेता जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा तीन बार 'कमल' खिला चुके हैं। कभी कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के गढ़ में मनोज सिंहा ने वर्ष 1996 में पहली बार भगवा फहराया था। इसके बाद वर्ष 1998 में समाजवादी पार्टी के ओमप्रकाश सिंह ने भाजपा से ये सीट छिन ली। लेकिन समाजवादी पार्टी इस सीट पर लम्बे समय तक कब्जा बरकरार नहीं रख पाई। वर्ष 1999 में फिर मनोज सिंहा ने इस सीट पर कमल खिला दिया। 2004 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के अफजाल अंसारी ने फिर भाजपा से सीट छिन ली। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के राधेमोहन सिंह ने इस सीट पर पार्टी का दबदबा बनाए रखा। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लहर के दौर में मनोज सिंहा ने फिर समाजवादी पार्टी को पटखनी देकर इस सीट पर 'कमल' खिला दिया। लेकिन वर्ष 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी को छोड़ कर बसपा में आए अफजाल अंसारी ने भाजपा के तमाम सियासी दावपेंच के बावजूद इस सीट पर पुन: जीत दर्ज की। अफजाल अंसारी इस सीट पर दो बार जीत चुके हैं। गाजीपुर के संसदीय सीट के इतिहास में पहली बार वर्ष 1952, दूसरी बार वर्ष 1957 में यहां से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के हर प्रसाद सिंह जीते थे। वर्ष 1962 में कांग्रेस के ही वीएस गहमरी ने जीत दर्ज की। कांग्रेस के गढ़ को वर्ष 1967 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सरयू पांडेय ने ध्वस्त कर दिया। सरयू पांडेय ने 1971 में भी इस सीट पर पार्टी का दबदबा बनाए रखा। सरयू पांडेय के बाद यहां से 1977 में जनता पार्टी के गौरी शंकर राय जीते। वर्ष 1980 और 1984 में कांग्रेस के जैनुल बशर ने जीत दर्ज की। वर्ष 1989 में जगदीश कुशवाहा स्वतंत्र रूप से जीते। वर्ष 1991 में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के विश्वनाथ शास्त्री ने जीत दर्ज की। गाजीपुर लोकसभा के इतिहास में अब तक कांग्रेस पांच बार, भाजपा तीन बार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी तीन बार, सपा तीन बार,बसपा एक बार,जनता पार्टी एक बार जीत दर्ज करा चुकी है। गाजीपुर लोकसभा सीट के अन्र्तगत पॉच विधानसभा क्षेत्र आता है। जिसमें चार पर सपा का और एक पर भाजपा के सहयोगी दल सुभासपा का कब्जा है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के अफजाल अंसारी को 5,66,082 कुल 51.20 फीसदी मत मिला था। दूसरे स्थान पर भाजपा के कद्दावर नेता मनोज सिंहा रहे। उन्हें कुल 4,46,690 लगभग 40.40 फीसदी मत मिला था।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश