कांग्रेस नेताओं की सरयू में डुबकी पर भाजपा का तंज

 


लखनऊ, 15 जनवरी (हि.स.)। प्रभु रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने से मना करने वाली कांग्रेस के नेताओं का समूह सोमवार को मकर संक्रांति के अवसर पर अयोध्या पहुंच कर डुबकी लगाई तो भाजपा ने तंज कसा है।

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह, यूपी विधान सभा में कांग्रेस की नेता विधान मण्डल दल आराधना मिश्रा मोना व अन्य नेताओं ने सरयू जी में स्नान किया।

इस पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस केवल स्टंटबाजी कर रही है। डुबकी लगाने वाली कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि इससे पहले वह लोग कब डुबकी लगाने गए हैं। राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि सच यह है कि कांग्रेस हमेशा मजहबी तुष्टीकरण करती रही है। सच यह है कि कांग्रेस ने अयोध्या के विकास को लेकर कभी कोई कदम नहीं उठाया। इससे पहले कांग्रेस के साथी एलाइंस भी अयोध्या का विकास करने का कार्य नहीं किया। आज जब अयोध्या का चतुर्मुखी विकास हो रहा है। पूरा देश राममय हो रहा है। यह स्थिति देखकर कांग्रेस को यह लगने लगा कि भारतीय जनता पार्टी को इसका लाभ मिलेगा। इसलिए कांग्रेस लाभ लेने का यह असफल प्रयास कर रही है।

भाजपा नेता ने कहा कि दूसरी बात यह की सरयू में डुबकी लगाने में अंतरविरोध दिख रहा है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी जैसे नेताओं को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की तरफ से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने के लिए न्योता दिया गय तो उन्होंने आने से इनकार कर दिया। अब यह कार्य केवल फोटो अपार्च्यूनिटी के लिए है। मीडिया में सुर्खियों में आने का प्रयास कर रहे हैं। सच यह है कि प्रभु श्री राम को लेकर उनके मन में कोई सम्मान का भाव नहीं है। अगर होता तो प्रभु श्री राम का मंदिर बहुत पहले बन गया होता। चाहे वह जवाहरलाल नेहरू की भूमिका रही हो या पंडित गोविंद बल्लभ पंत की। देश की आजादी से लेकर यूपीए की सरकार के समय तक का समय देखा जाए तो हर समय उन्होंने राम, राम मंदिर और राम भक्तों का विरोध करने का कार्य किया है। वह कभी राम भक्तों के साथ खड़े नहीं हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिलीप शुक्ल/पदुम नारायण