भाजपा काशी क्षेत्र में प्राथमिक सदस्यता का आंकड़ा 12 लाख के पार
—मिस्ड कॉल के माध्यम से सदस्य बने लोगों की संख्या अभी इसमें शामिल नहीं
वाराणसी, 23 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) काशी क्षेत्र ने सदस्यता अभियान में पार्टी संगठन में बड़ी लकीर खींच दी है। काशी क्षेत्र से प्राथमिक सदस्यता का आंकड़ा 22 सितंबर तक 12 लाख से अधिक हो गया है। यह संख्या उन प्राथमिक सदस्यों की है जिन्होंने फार्म और अन्य आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करके सदस्यता ग्रहण की है। मिस्ड कॉल के माध्यम से सदस्य बने लोगों की संख्या अभी इसमें शामिल नहीं की गई है। पूरे उत्तर प्रदेश में अब तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। सोमवार को यह जानकारी भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष दिलीप पटेल ने दी।
उन्होंने बताया कि काशी क्षेत्र में 04 सितंबर से सदस्यता अभियान की शुरुआत हुई थी। काशी क्षेत्र में संगठनात्मक रूप से 16 जिले शामिल हैं। 22 सितंबर तक 12 लाख से अधिक लोगों ने फार्म भरकर और आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर पार्टी क़ी सदस्यता ली है। इन आंकड़ों में 8800002024 पर मिस्ड कॉल के माध्यम से सदस्य बने लोगों की संख्या अभी जोड़ी जानी बाकी है। क्षेत्र अध्यक्ष ने जिले वार सदस्यता संख्या क़ी जानकारी देते हुए बताया कि 22 सितम्बर तक वाराणसी जिले में 80811 महानगर में 80559 चंदौली में 78721 भदोही में 74222,गाज़ीपुर में 87976 जौनपुर में 60359,मछली शहर में 44203,मिर्जापुर में 1,15,425 प्रतापगढ़ में 1,12,385 प्रयागराज गंगापार में 60029 प्रयागराज महानगर में 1,07371 प्रयागराज यमुनापार में 42713 अमेठी में 45369 कौशाम्बी में 42152 सोनभद्र में 62550 एवं सुल्तानपुर में 72925 लोगो ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।
क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि संगठन पर्व को लेकर कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह है और उन्होंने इसे उत्सव के रूप में मनाते हुए 12 लाख के आंकड़ें को पार कर लिया है। उन्होंने काशी क्षेत्र के महामंत्री सुशील त्रिपाठी को सदस्यता अभियान का संयोजक नियुक्त किया है, जो इस अभियान को गति देने में जुटे हैं। काशी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी नवरतन राठी ने बताया कि क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल 04 सितंबर से निरंतर काशी क्षेत्र के विभिन्न जिलों में प्रवास कर रहे हैं और घर-घर जाकर इस संगठन पर्व सदस्यता अभियान को गति प्रदान कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी