भाजपा का सदस्यता अभियान, नए भारत का जन्म उत्थान : गणेश केसरवानी
प्रयागराज, 03 सितम्बर (हि.स.)। भाजपा सदस्यता अभियान को लेकर शहर दक्षिणी विधानसभा की कार्यशाला पजावा रामलीला कमेटी अतरसुइया में की गई। महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान सिर्फ एक अभियान नहीं है, बल्कि विकसित एवं नए भारत का जन्म उत्थान है।
महापौर ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी केवल चुनाव लड़ने और जीतने तक सीमित नहीं है। भाजपा एक व्यवस्था, एक विचारधारा, एक आंदोलन है और राष्ट्रवाद एवं समरस समाज की निर्माण की यात्रा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी है और आगे भी बनेगी। भाजपा सिर्फ राजनीतिक दल नहीं है, गरीबों के कल्याण की पार्टी है जो गरीबों को सुख देने के लिए है। कहा कि आज भाजपा ने देश के अंदर राजनीति की परिभाषा परिवर्तित की है। पहले लोग राजनीति सत्ता के लिए साधन समझते थे लेकिन आज सेवा समझ रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद जायसवाल ने किया एवं संयोजक पूर्व पार्षद गिरी शंकर प्रभाकर रहे।
--सदस्यता अभियान में भाजपा पार्षदों की अहम भूमिका : राजेन्द्र मिश्र
भाजपा का सदस्यता अभियान शुरू हो चुका है। सोमवार को दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में पीएम मोदी और मंगलवार को प्रदेश स्तर पर लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अब जिला स्तर पर बुधवार से अभियान को वृहद स्तर पर चलाया जायेगा। जिसके तहत घर-घर जाकर, कैम्प लगाकर एवं ऑनलाइन माध्यम से लोगों को संगठन से जोड़ने का काम किया जायेगा।
यह बातें मंगलवार को सिविल लाइन पार्टी कार्यालय में भाजपा पार्षदों की बैठक में सदस्यता अभियान में पार्षदों की भूमिका महत्वपूर्ण बताते हुए महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्र ने कही। उन्होंने कहा कि हर पार्षद को संगठन द्वारा दिए गए सदस्यता लक्ष्य को पूरा करना है, ऐसा संकल्प लें।
जिला प्रवक्ता राजेश केसरवानी ने बताया कि इस मौके पर पार्षदों को सदस्यता फार्म, बुकलेट, सदस्यता स्टीकर इत्यादि वितरित किए। वहीं विधानसभा उत्तरी के मंडल अध्यक्ष एवं महामंत्री की बैठक में अपील की गई कि अपने अपने मंडल में बूथ स्तर से लेकर मंडल स्तर तक कैम्प लगाकर, ऑनलाइन माध्यम से लोगों को संगठन की विचारधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाए। अभियान में परिश्रम के बिना लक्ष्य प्राप्ति नहीं हो सकती।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र