भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक नीलम करवरिया के निधन से शोक की लहर

 




प्रयागराज, 27 सितम्बर (हि.स.)। मेजा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक नीलम करवरिया का इलाज के दौरान हैदराबाद के एक अस्पताल में देर रात्रि निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं और हैदराबाद में उन्होंने अंतिम सांस ली। नीलम करवरिया, प्रयागराज की राजनीति में एक प्रभावशाली नाम था और भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी रही थीं। उनके असामयिक निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके आवास पर शोक व्यक्त करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।

नीलम करवरिया के पति उदयभान करवरिया भी बारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं और उनकी क्षेत्र में काफी पकड़ है। उदयभान के जेल जाने के बाद नीलम करवरिया ने राजनीति की कमान संभाली थी और वे जिले के लोगों के लिए समर्पित रहीं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान विकास कार्यों को प्राथमिकता दी और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर भी जोर दिया। उनके निधन की खबर से न केवल उनके समर्थक बल्कि अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी दुःख व्यक्त किया है।

इस समय कल्याणी देवी स्थित उनके कोठी पर उनके समर्थकों और स्थानीय लोगों का तांता लगा हुआ है। जहां लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंच रहे हैं। उनके समर्थकों के बीच भारी शोक की स्थिति बनी हुई है। इस दौरान भाजपा के विधायकगण, सांसद, पूर्व सांसद सहित कई नेता मौजूद रहे। भाजपा नेताओं का कहना है कि नीलम करवरिया के निधन से भारतीय जनता पार्टी के अलावा यमुनापार क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

परिवार के नजदीकी सूत्रों के अनुसार, उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए प्रयागराज लाया जाएगा और अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। बताया जाता है कि नीलम करवरिया को लीवर सिरोसिस की बीमारी थी। यही कारण है कि वह कुछ दिनों से हैदराबाद के निजी अस्पताल में भर्ती थीं। हालत ज्यादा गम्भीर होने से डॉक्टर गुरुवार को उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन उनमें कोई सुधार नहीं हो रहा था। देर रात अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक सहित अन्य लोग भी उनके आवास पर पहुंचने लगे। उनकी दो बेटियां समृद्धि व साक्षी करवरिया और एक बेटा सक्षम है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र