स्वाधीनता संग्राम एवं जनजातीय वर्गों के कल्याण को समर्पित रहा बिरसा मुंडा का जीवन : नन्दी
--बच्चों को बिरसा मुंडा की गौरव गाथा से अवगत कराया जायेगा : रीता जोशी
--भाजपा ने बड़ी भव्यता के साथ मनाया भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती
प्रयागराज, 15 नवम्बर (हि.स.)। भगवान बिरसा मुंडा ने अपने शौर्य और पराक्रम से जनजातीय समुदायों को संगठित कर विदेशी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। उन्होंने आदिवासी समाज को अंग्रेजों के शोषण और अत्याचार के विरुद्ध संगठित किया और जंगलों में रहने वाले समाज के सबसे अन्तिम और वंचित व्यक्तियों में स्वाभिमान और देशभक्ति का भाव पैदा किया। अंग्रेजों से भारत को आजाद कराने की लड़ाई में उनका योगदान अतुलनीय है।
यह बातें उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने बुधवार को सिविल लाइन स्थित एक गेस्ट हाउस में भगवान बिरसा मुंडा की 148वीं जन्म जयंती पर सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि तीर-कमान और भालों के सहारे उन्होंने कई बार अंग्रेजों को पराजित किया। जल, जंगल, जमीन और आजादी के लिए संघर्ष ने उनका नाम अमर कर दिया। उन्होंने अपने जोरदार भाषणों से लोगों को अंग्रेजों के विरुद्ध एकजुट करने में सफल रहे। उनका सम्पूर्ण जीवन स्वाधीनता संग्राम, सामाजिक उत्थान एवं जनजातीय वर्गों के कल्याण हेतु समर्पित रहा।
सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि भारत का इतिहास संघर्षों से भरा पड़ा हुआ है। भगवान बिरसा मुंडा ने इस धरती और भारत की आदिवासी संस्कृति की रक्षा करने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ धनुष बाण उठाया। उनकी गौरव गाथा इतिहास के पन्नों में तो रहा है पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहल पर अब स्कूल के माध्यम से बच्चों को भी उनकी गौरव गाथा से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस देश की आवाम ने बिरसा मुंडा को भगवान कहा। क्योंकि बिरसा मुंडा की गौरव गाथा हर देशवासियों को राष्ट्रभक्ति से भर देती है।
सांसद केसरी देवी पटेल ने कहा भगवान बिरसा मुंडा ने अपने शौर्य और पराक्रम से जनजातीय समुदायों को संगठित कर विदेशी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। उन्होंने जनजातीय समुदाय के उत्थान और वन-सम्पदाओं के संरक्षण में भी अभूतपूर्व योगदान दिया। पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेंद्र कुमार सिंह गौर, महापौर गणेश केसरवानी, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश चंद्र गुप्ता, पूर्व विधायक प्रभाशंकर पांडेय ने भी भगवान बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र पर अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजाति आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने के लिए देशवासियों को प्रेरित कर आदिवासी एवं जनजाति समाज के लोगों को सम्मान देने का काम किया है। उनके द्वारा आज भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली झारखंड की धरती से देश के गरीब वंचित जनजाति आदिवासी भाई बहनों के जीवन में विकास की रोशनी लाने के लिए पीएम जनमन न्याय अभियान का शुभारंभ किया और विकसित भारत यात्रा का संकल्प लिया। जो 26 जनवरी तक चलेगा। इस अभियान के तहत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनजाति आदिवासी भाई बहनों तक पहुंचाने का काम करेगी।
कार्यक्रम के संयोजक विक्रम सिंह पटेल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के क्रांतिकारी और भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलकर देश के गरीब वंचित और कमजोर लोगों को सम्बल बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हम भाजपा के खाटीं कार्यकर्ता है जो कीचड़ में भी कमल खिलाना जानते हैं। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री वरुण केसरवानी एवं समापन कुंज बिहारी मिश्रा ने किया। इस अवसर पर रणजीत सिंह, शशि वार्ष्णेय, विजय श्रीवास्तव, विद्रुप अग्रहरि, पार्षद किरन जायसवाल, संजय गुप्ता, राजेश केसरवानी, प्रमोद मोदी, शिक्षक नेता शैलेश पाण्डेय सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण