भारत में तम्बाकू की सबसे अधिक खपत , इसीलिए भारत में कैंसर रोगी ज्यादा : सोनल भाटिया

 
























मुरादाबाद, 9 नवम्बर (हि.स.)। इनर व्हील क्लब डिस्ट्रिक 310 की पूर्व चेयरपर्सन मुरादाबाद निवासी सोनल भाटिया ने बताया कि कैंसर, एक दुर्जेय शत्रु जिसने अनगिनत व्यक्तियों के जीवन को प्रभावित किया हैं। यह लंबे समय से दुनिया भर में चिंता और शोध का विषय रहा है। इस निरंतर बीमारी के सामने, कैंसर की रोकथाम के लिए इंस्पायर समावेशन नामक एक उल्लेखनीय कार्यक्रम आशा की किरण और ज्ञान साझा करने के लिए एक मंच के रूप में उभरा। राष्ट्रीय कैंसर दिवस के अवसर पर आयोजित आई कैन केयर अकादमी के साथ इनर व्हील डिस्ट्रिक्ट 310 द्वारा शुरू किए गए इस राष्ट्रीय वेबिनार ने आश्चर्यजनक रूप से 644 इनर व्हील सदस्यों और 11 जिला अध्यक्षों को एक साथ लाया, जिससे यह देश में कैंसर की रोकथाम पर सबसे बड़ी राष्ट्रीय सभाओं में से एक बन गई।

इनर व्हील क्लब डिस्ट्रिक 310 की पूर्व चेयपर्सन, कार्यक्रम संयोजक और कार्यक्रम की मास्टरमाइंड सोनल भाटिया ने कहा कि कैंसर बढ़ रहा है और हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम इस बीमारी के नियंत्रण के लिए हाथ मिलाएं। एक कारक जो कैंसर के परिदृश्य को बदल सकता है वह है तम्बाकू, सभी कैंसरों में से 25 प्रतिशत तम्बाकू के कारण होते हैं, 15 कैंसरों का दस्तावेजीकरण किया गया है और दुनिया में तम्बाकू की सबसे अधिक खपत भारत में होती है, जिससे तम्बाकू के कैंसर रोगियों की संख्या सबसे अधिक है। सोनल भाटिया ने आगे बताया कि उन्होंने 1000 से अधिक तंबाकू मार्शलों को प्रशिक्षित किया और शामिल किया और अपनी इनर व्हील बहनों से समाज में लंबे समय में बड़ा प्रभाव डालने के लिए मार्शल बनने का आग्रह किया।

मुख्य अतिथि एपी प्रीति गुगनानी ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी और कैंसर के नियंत्रण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने 7 बिंदुओं पर कैंसर नियंत्रण के लिए समावेशन को प्रभावित करने की बात कहीं। इनर व्हील क्लब डिस्ट्रिक 310 की पूर्व चेयपर्सन अनीता सिंह इतनी बड़ी सभा को एक साथ लाकर बहुत खुश थीं और उन्होंने आग्रह किया कि सभी लोग मिलकर इसे जिले के लिए एक परियोजना बनाएं।

सेमीनार में डा पवन गुप्ता एमसीएच मैक्स अस्पताल वैशाली, डा. रीना कुमार, अकादमिक निदेशक आई केन केयर अकादमी, डा. प्रवेश सिंह, इंजीनियर रिषभ अग्रवाल ने संबोधित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल /बृजनंदन