ग्रामीणों की बैंकिंग जरूरतों में मददगार साबित हो रहीं बीसी सखी
झांसी में 396 बीसी सखी को किया जा चुका है प्रशिक्षित
झांसी, 17 जून(हि. स.)। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के मकसद से योगी सरकार बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी योजना के नेटवर्क को मजबूत कर रही है। इस योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों में बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी यानि बीसी सखी की नियुक्ति का लक्ष्य निर्धारित है। बीसी सखी योजना में झांसी जिले में अभी तक 396 बीसी सखी को प्रशिक्षित किया जा चुका है और 257 ने काम शुरू कर दिया है। वर्तमान में कार्यरत बीसी सखियों के अतिरिक्त जून महीने में 11 लंबित बीसी सखी कार्य प्रारंभ कर देंगी।
बीसी सखी योजना का मकसद है कि गांव में रहने वाले लोग सरकारी स्कीम आधारित सब्सिडी, मजदूरी आदि की रकम बैंक खाते से आसानी से निकाल सकें। झांसी जिले में फिनो बैंक के माध्यम से योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। बैंक खातों में रुपये जमा करने, निकालने, नए खाते खोलने आदि की सुविधा गांव के लोगों तक बीसी सखी के माध्यम से पहुंचाई जाती है। बीसी सखी का चयन उसी ग्राम पंचायत की रहने वाली महिला अभ्यर्थियों में से किया जाता है। चयन होने के बाद बीसी सखी को प्रशिक्षण दिया जाता है। झांसी जिले के सभी ग्राम पंचायतों में बीसी सखी की नियुक्ति की जानी है। अभी तक 396 बीसी सखी को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनमें से 257 कार्यरत हैं।
झांसी के उपायुक्त स्वतः रोजगार बृज मोहन अम्बेड के अनुसार गांव के लोगों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने में बीसी सखी की महत्वपूर्ण भूमिका है। जो ग्रामीण बैंकों तक नहीं जा सकते, उन्हें घर पर ही बैंकिंग की सुविधा प्राप्त हो रही है। झांसी में 257 बीसी सखी विभिन्न ग्राम पंचायतों में कार्यरत हैं और इस महीने 11 लंबित बीसी सखी भी कार्य शुरू कर देंगी।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/राजेश