बेसिक शिक्षा अधिकारी करेंगे मिड-डे-मील घोटाले की जांच
- अपर निदेशक (बेसिक) बुद्ध प्रिय सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी जांच
मुरादाबाद, 25 मई (हि.स.)। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण उप्र की ओर से मिड-डे-मील घोटाले के मामले में बेसिक शिक्षा विभाग मुरादाबाद को 15 मई को एक पत्र भेजा गया था। इसमें थाना नागफनी क्षेत्र के बंगला गांव निवासी शिवसेना के कार्यकर्ता राजकुमार बाल्मिकी की शिकायत का जिक्र है।
उन्होंने जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में मिड डे मील में घोटाले का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच अपर निदेशक (बेसिक) बुद्ध प्रिय सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. अजीत कुमार को सौंपी है।
मोहल्ला बंगला गांव दौलत बाग निवासी सेवक राजकुमार बाल्मिकी ने 13 विद्यालयों का नाम लिखकर शिकायत की है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षा मंत्री, महानिदेशक शिक्षा विभाग, कमिश्नर व जिलाधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि माह अक्तूबर- 2023 में छमाही परीक्षा और फरवरी-मार्च 2024 में वार्षिक परीक्षा के बाद संबंधित स्कूलों में बच्चों का दस से 15 दिन का अवकाश घोषित किया था। विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा के दौरान भी कक्षा छह से आठ तक के बच्चों का अवकाश रहा। इस तरह गत छह माह में करीब 40 से 50 दिन माध्यमिक व सहायता प्राप्त स्कूलों के बच्चों को मिड-डे-मील का वितरण नहीं किया गया। इसके बावजूद भी भोजन की आपूर्ति करने वाले एनजीओ ने इन अवकाश के दिनों में बच्चों की हाजिरी लगाकर खंड शिक्षा अधिकारी नगर और स्कूल के प्रधानाचार्यों के साथ मिलकर भुगतान बिल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेज दिया।
इस मामले में शनिवार को एडी बेसिक ने बीएसए को जांच सौंपी है। साथ ही सम्बंधित खंड शिक्षा अधिकारी से भी अभिलेख मांगे गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/निमित /राजेश