बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में संतों के साथ सड़कों पर उतरा चित्रकूट का हिंदू समाज
चित्रकूट, 22 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश हिंदू रक्षा समिति के आह्वान पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में चित्रकूट के प्रमुख संतों के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े संगठनों ने गुरुवार को रामलीला मैदान से सदर तहसील परिसर तक रामधुन गाते हुए विरोध मार्च निकाला। इसके बाद जिलाधिकारी को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंप कर बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
मुख्यालय स्थित रामलीला मैदान से कामतानाथ मंदिर के महंत मदन गोपाल दास महाराज, तुलसी पीठ के युवराज आचार्य रामचंद्र दास महाराज, भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवन दास महाराज, गायत्री शक्ति पीठ के संचालक डॉ. रामनारायण त्रिपाठी और स्वामी मत्तगजेंद्र नाथ मंदिर के महंत प्रदीप महाराज आदि प्रमुख संतों के नेतृत्व में संघ से जुड़े संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में रामधुन गाते हुए शांतिपूर्ण ढंग से विरोध जुलूस निकाला। पुरानी बाजार, काली देवी चौराहा, धनुष चौराहा और पटेल तिराहा होते हुए जुलूस चित्रकूट तहसील परिसर पहुंचा, जहां जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर कामतानाथ मंदिर के महंत मदन गोपाल दास महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। हिंदू बहन-बेटियों के साथ दरिंदगी हो रही हैं जिससे पूरे भारत का हिंदू आहत है। देश का संत समाज बांग्लादेश के हिंदुओं के हो रहे शोषण और उत्पीड़न को किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगा। तुलसी पीठ के युवराज आचार्य रामचंद्र दास महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और संरक्षण के लिए केंद्र सरकार को ठोस कार्य करना चाहिए। हिंदुओं पर अत्याचार, बहन-बेटियों का शोषण और हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को तोड़ा जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवन दास महाराज ने कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओ और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। हिंदुओं का शोषण संत समाज किसी दशा में बर्दास्त नहीं करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रतन पटेल / पवन कुमार