बीएचयू टेकनेक्स में बनारस रेल इंजन कारखाना मंडप एवं लोको मॉडल बना आकर्षण
वाराणसी,16 मार्च (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, आईआईटी में टेक फेस्ट “टेक्नेक्स” के 85वें संस्करण की शुरूआत शनिवार से हुई। परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन सभागार में तीन दिवसीय टेकनेक्स के उद्घाटन सत्र में वाराणसी सहित देश भर के आईआईटीयंस ने अपने तकनीकी ज्ञान और हुनर का प्रदर्शन किया।
जिसमें ड्रोन बनाने से लेकर रोबोट, रोबो वार, ड्रोन और एयर शो के अलावा मल्टी ह्यूमनॉयड रोबोट शो एवं इलेक्टि्क वाहन बनाए जाने की तकनीक साझा की गई। तकनीकी उत्सव टेक्नेक्स 24 में बनारस रेल इंजन कारखाना का आकर्षक मंडप भी प्रर्दशित किया गया। इसमें लोको रनिंग व स्टैटिक मॉडल छात्रों के मध्य आकर्षण का केंद्र बने हुए है। बरेका के रेल इंजन निर्माण में तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने में छात्रों की रूचि दिखी। तमाम सुविधाओं जैसे हॉट प्लेट, वॉयस एण्ड वीडियो कैपचरिंग फैसिलिटी फॉर पायलट, बायो-टॉयलेट, रेल इंजन की स्पीड, ब्रेक सिस्टम, वजन के साथ हाई स्पीड में रेल इंजन के दौड़ने जैसी अनेक तकनिकियों के विषय में छात्रों की विशेष रुचि रही।
कार्यक्रम में जनसम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार के साथ तकनीकी विषयों के विशेषज्ञ,बरेका के इंजीनियर अनुदेशक कर्मचारियों के दल ने छात्रों को रेल इंजन की छोटी-बड़ी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देने वाले 99 प्रतिशत स्वदेशी उपकरणों से बने बरेका के रेल इंजन न केवल भारत में ही पसंद किए जाते है बल्कि इनकी मांग विदेशों में भी बहुत है। बांग्लादेश, म्यांमार, मलेशिया, श्रीलंका, अंगोला, सेनेगल, माली, तंजानिया, सूडान, वियतनाम जैसे देशों की पटरियों पर बरेका निर्मित रेल इंजन दौड़ रहे है और क्रेता के रूप में बरेका के इंजन पसंद के साथ लगातार क्रय किए जा रहे है।
जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार टेकनेक्स प्रदर्शनी में प्रदर्शित बरेका का आकर्षक मंडप स्वतः ही लोगों को खींच रहा है। जहां भारतीय रेलवे के कई पहलुओं को रेखांकित किया गया है। साथ ही विभिन्न विषय-वस्तुओं को चित्रों, ट्रांसलाइट और मॉडल्स इत्यादि के माध्यम से उनकी तकनीकी व संरचनात्मक प्रगति के साथ प्रदर्शित किया गया है। बरेका मंडप में निर्यात किया जा रहे विभिन्न प्रकार के रेल इंजनों के मॉडल्स को प्रदर्शित किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/मोहित