जनता ने चुनाव जीताया तो कोई तंत्र सर्टिफिकेट से नहीं रोक पायेगा : सनातन पाण्डेय

 


सपा प्रत्याशी बनने के बाद प्रथम आगमन पर 2019 में मिली हार को किया याद

बलिया, 27 अप्रैल (हि.स.)। इंडी गठबंधन के घटक सपा से प्रत्याशी बनने के बाद सनातन पांडेय शनिवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। गाजीपुर से बलिया लोकसभा क्षेत्र की सीमा में पहुंचने से लेकर जिला मुख्यालय तक हुए स्वागत से उत्साहित सनातन पाण्डेय ने कहा कि इस बार जनता ने चुनाव जिताया तो कोई तंत्र सर्टिफिकेट से नहीं रोक पायेगा। अगर ऐसा किया तो मतगणना स्थल से मेरी या कलेक्टर की लाश आयेगी। दो में एक ही होगा, यह शपथ लेकर आया हूं।

जिले की सीमा में प्रवेश करने से लेकर जिला मुख्यालय तक सनातन पाण्डेय का जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया। उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक सनातन पाण्डेय 2019 में भी सपा गठबंधन के प्रत्याशी थे, जो काफी कम अंतर से चुनाव हार गए थे। 2024 के लिए सपा ने उन पर दोबारा भरोसा जताया है।

जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में हार की जिक्र करते हुए कहा कि इस बार जनता ने चुनाव जिताया तो सर्टिफिकेट लेकर ही आऊंगा। ज्यादती हुई तो मतगणना स्थल के बाहर मेरी या कलेक्टर की लाश आयेगी। जनता ने हराया तो स्वीकार कर बाहर आ जाऊंगा। बोले, मैं पिछली बार चुनाव जीत चुका था। तब चुनाव आयोग पर विश्वास किया था। ऐसा नहीं कि मतगणना स्थल से हत्या की डर से मैं बाहर आया था। हम जीते हुए प्रत्याशी थे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। रिजल्ट बदलवाने का काम किया गया।

इस सवाल पर कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर सामने हैं, इस पर सनातन पाण्डेय ने कहा कि नीरज शेखर बीजेपी के प्रत्याशी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर समाजवादी थे। भारतीय जनता पार्टी के कभी भी नहीं रहे हैं। आपको याद होगा कि जब अटल बिहारी बाजपेई का बहुमत साबित करने का सवाल था,तो पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी ने उस सरकार को गिराने का काम किया था।

जब तक चन्द्रशेखर समाजवादी विचारों के रहे हैं। तब तक हमारे नेता यानी मुलायम सिंह ने उनको समर्थन देने का काम किया। हमारे नेता ने उनके न रहने पर उनके बेटे को अपना बेटा मानकर दो-दो सांसद बनाने का काम किया। अब वो भारतीय जनता पार्टी से लड़ रहे हैं। समाजवादी पार्टी से नहीं लड़ रहे हैं। अब उनका कुछ भी नहीं बचा है। भारतीय जनता का जो होगा उनको मिलेगा। कहा कि मैं चन्द्रशेखर के बेटे नीरज शेखर के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रहा। बल्कि मैं भाजपा के खिलाफ लड़ रहा हूं।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश