बलिया : 2022 से सबक न लेना 2024 में भाजपा के लिए भूल!
बलिया, 05 जून (हि.स.)। भाजपा को 2022 के विधानसभा चुनाव में बलिया में अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी। बावजूद, इसके भाजपा ने उस हार से सबक नहीं लिया और 2024 के लोकसभा चुनाव में बलिया से जुड़े तीनों लोकसभा क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा।
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ बलिया नगर और बांसडीह में ही जीत मिली थी। जबकि 2017 में भाजपा ने बलिया नगर,फेफना,बैरिया, सिकन्दरपुर और बेल्थरारोड में जीत हासिल की थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में योगी की प्रचंड जीत के साथ वापसी हुई,लेकिन बलिया में सात में से सिर्फ दो ही सीटें मिलीं। जबकि सपा को चार व बसपा को एक सीट मिली थी। जिले में दो वर्ष पहले हुई करारी हार के बाद भी भाजपा ने सबक नहीं लिया। स्थानीय नेताओं में आपसी भेदभाव और भीतरघात ने इस लोकसभा चुनाव में सात में से सिर्फ दो ही विधानसभा क्षेत्रों में मामूली बढ़त ले पायी। बाकी जगहों पर पिछड़ने का नतीजा रहा कि बलिया और सलेमपुर को मामूली अंतर से सपा के हाथों गंवा दिया।
बलिया लोकसभा अंतर्गत भाजपा को सिर्फ बलिया नगर में बढ़त हुई है। यहां भाजपा को 92299 मत मिले हैं। जबकि सपा को 86617 मत प्राप्त हुए। हालांकि,भाजपा 2022 वाला प्रदर्शन फिर भी दोहरा नहीं सकी। इसके अलावा सपा को फेफना और बैरिया में ठीक-ठाक लीड मिली है। वहीं, सलेमपुर लोकसभा में भाजपा सिर्फ बांसडीह में ही लीड हासिल कर सकी है। जहां उसे 95640 और सपा को 87040 मत मिले हैं। जबकि सिकन्दरपुर और बेल्थरारोड में सपा के मुकाबले कम वोट मिले हैं। मोदी और योगी सरकार के विकास कार्यों की झड़ी के बाद भी भाजपा का 2022 से सबक न लेना आम चुनाव में रास्ते का कांटा बन गया।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश