बलिया से भाजपा प्रत्याशी नीरज शेखर का सपना है मेडिकल कालेज

 


बलिया, 21 अप्रैल (हि. स.)। जिले में एक जून को लोकसभा चुनाव होना है। भाजपा ने नीरज शेखर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है जो जन सम्पर्क में जुट भी गए हैं। चुनाव जीतने के बाद अपने लोकसभा क्षेत्र में कौन से ऐसे विकास कार्य होंगे जो उनकी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर हैं, इस पर उन्होंने रविवार को ''हिन्दुस्थान समाचार'' से खास बातचीत की।

उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि मैं 1889 से बलिया लोकसभा क्षेत्र को करीब से देख रहा हूं। नए परिसीमन के बाद 2007 से ही गाजीपुर के जहूराबाद और मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्रों को भी देख रहा हूं। मेरा एक ही लक्ष्य है विकास। कहा कि लोकसभा और राज्यसभा के सांसद के रूप में मैंने देखा है कि इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या चिकित्सा की है। हमारे पास गंभीर रोगों के अनेकों मरीज रोजाना आते हैं। जिले में मेडिकल कालेज न होने से उन्हें बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों में भेजते हृदय द्रवित हो जाता है। इसलिए मेरा सपना है कि चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले मेडिकल कालेज की स्थापना कराऊं। इसकी पहल हो भी चुकी है। मेरी कोशिश होगी कि लोकसभा चुनाव के बाद जल्दी से जल्दी मेडिकल कालेज का शिलान्यास हो जाए। इससे मेडिकल की अच्छी सुविधाएं मिलने लगेगी। इसके अलावा मैं चाहता हूं कि बलिया संसदीय क्षेत्र के युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिले इसके लिए उद्योग लगें। हम चाहते हैं कि युवाओं को रोजगार के लिए बाहर न जाना पड़े।इसके लिए प्रयास पहले से ही चल भी रहे हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के बाद ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे से बलिया संसदीय क्षेत्र पूरे तौर पर जुड़ जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के बगल में जो कॉरिडोर बन रहा है, उसमें तीन हजार करोड़ का निवेश होने वाला है। बिजली, पानी और सड़क के कार्यों में भी तेजी लाने के प्रयास करूंगा। क्योंकि ये सब सुविधाएं रहेंगी तभी उद्योग स्थापित होंगे। नीरज शेखर ने कहा कि बलिया शहर की एक बड़ी समस्या जाम की है। रिंग रोड की पहल परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने की है। जिससे इस समस्या का समाधान हो जाएगा। शहर के अंदर की सड़कों को सुंदर बनवाने का प्रयास रहेगा। श्री शेखर ने कहा कि वैसे तो हर चुनाव महत्वपूर्ण होता है लेकिन इन बार के चुनाव में विपक्ष का उम्मीदवार कौन होगा, यह अभी साफ ही नहीं हुआ है। इसलिए विपक्ष से कोई चुनौती नहीं है।

बलिया की जनता से व्यक्तिगत रिश्ता है महत्वपूर्ण

इस सवाल पर कि पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जब चुनाव लड़ते थे और सब के चुनाव में क्या फर्क है, इस नीरज शेखर ने कहा कि बलिया का लोकसभा चुनाव काफी संघर्षपूर्ण रहा है। सन 1889 से मैं लगातार पिता जी के चुनाव के दौरान भी मैं क्षेत्र में जाता था। मैंने देखा है कि लोगों के बीच जाना सबसे महत्वपूर्ण है। बलिया के लोगों से व्यक्तिगत रिश्ता काफी मायने रखता है। यहां के लोग चाहते हैं कि व्यक्तिगत सम्पर्क बना रहे। इसी पर खरा उतरने का मेरा प्रयास रहता है। पिछले सत्रह साल में मेरा यही प्रयास रहा है कि लोगों के बीच रह कर उनके बारे में जान सकूं। उनकी समस्याओं को जान सकूं। टिकट मिलने के बाद मेरी जो जन आशीर्वाद यात्रा चल रही है, उसमें लोगों का जो प्यार मिल रहा है, उससे लगता है कि हमलोग यह लड़ाई अच्छी तरह से लड़ पाएंगे।

नीरज शेखर ने कहा कि बलिया की जनता स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी मुखर है। लोग देश की बहुत चिंता करते हैं। यही वजह है कि यहां के लोग बार-बार मोदी को चुनते हैं। यहां के लोग देख रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक-एक जिले के लिए किस तरह काम किया है और राष्ट्र के सम्मान के लिए किस तरह काम किया है। इसलिए मुझे पूरा भरोसा है कि लोग नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री चुनने जा रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज

/बृजनंदन