बाढ़ व कटान पीड़ितों की मदद करने में सरकार फेल: रामगोविन्द चौधरी

 


बलिया, 7 अगस्त (हि.स.)। बांसडीह इलाके के घाघरा नदी में आई बाढ़ और उससे हो रही कटान की समस्या पर प्रशासन के दावे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने एतराज जताया है। उन्होंने सरकार और विभागीय अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है।

श्री चौधरी ने बुधवार को कहा कि बाढ़ और कटान की समस्या के निदान के लिए एक जुलाई को मुख्यमंत्री व विभागीय मंत्री सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा था। जिसका जवाब विभाग के जनपदीय अधिकारी द्वारा मुझे भेजा गया है जो सत्य से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि जलशक्ति मंत्री बलिया आए थे। उन्होंने बाढ़ व कटान क्षेत्र के दौरे का एक फोटोशूट जरूर कराया। लेकिन राहत के नाम पर कुछ नहीं दिया। तंज कसते हुए कहा कि अगरबत्ती से बाढ़ और कटान रोकने का नया आइडिया मंत्री जी जरूर बलियावासियों को दे गए।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि अधिशासी अभियन्ता बाढ़ खण्ड द्वारा इधर से उधर घुमा कर बाढ़ से खतरे को नकारा गया है। उनके पत्र के अनुसार से बाढ़ और कटान से किसी गांव को कोई नुकसान हुआ ही नहीं है। जबकि स्थानीय लोगों ने जो बताया और मैं खुद कटान स्थल पर गया था, उसके मुताबिक लगभग 300 परिवारों का आशियाना भोजपुरावा में बाढ़ और कटान के कारण उजड़ गया है या नदी में विलीन हो गया है। जबकि सरकार की तरफ से एक धेला का भी सहयोग पीड़ितों को नहीं मिला।

बाढ़ विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा कागजों में कुछ कार्य होना बताया गया है। जिसकी जमीनी हकीकत जीरो है। इसकी जांच होनी चाहिए। रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि बाढ़ और कटान पीड़ितों के सवाल पर समाजवादी पार्टी चुप नहीं बैठ सकती। हजारों लोगों की जिंदगी का सवाल है। इस मुद्दे पर जिलाधिकारी को दोबारा पत्र लिखूंगा। साथ ही मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री सहित हर वह दरवाजा खटखटाऊंगा जहां से पीड़ितों को राहत मिलने की उम्मीद होगी। चेतावनी दी कि बात नहीं सुनी जाएगी तो सड़क पर उतर कर पीड़ितों को राहत देने के लिए सरकार को मजबूर किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / नीतू तिवारी / बृजनंदन यादव