राममय हुई बाबा विश्वनाथ की नगरी, निकाली गयी भव्य पूजित अक्षत कलश यात्रा
-दिव्यांगजनों ने किया शोभायात्रा का अगुवाई, साधु संत भी उत्साह से शामिल हुए
वाराणसी, 25 दिसम्बर (हि.स.)। अयोध्या में श्रीराम मन्दिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पूर्व देश भर में हिन्दू समाज विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भी सोमवार को काशी दक्षिण एवं उत्तर भाग में पूजित अक्षत कलश यात्रा निकाली गयी। काशी दक्षिण भाग में दुर्गाकुंड स्थित धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज द्वारा स्थापित धर्मसंघ से श्री संकट मोचन मन्दिर तक एवं काशी उत्तर भाग में के.जी.आर. पहाड़िया से शास्त्रीघाट कचहरी वरुणापुल तक श्री रामभक्तों ने अक्षत कलश यात्रा निकाली।
धर्मसंघ में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि काशी सुमेरु पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती ने कहा कि 500 वर्षों बाद समग्र हिन्दू समाज का गौरव अयोध्या में श्रीराम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा के रूप में पुनः स्थापित हो रहा है। पूरे भारत में इस अवसर पर मध्यान्ह काल में हिन्दुओं द्वारा मन्दिरों और घरों में भजन कीर्तन का आयोजन करना है। सायंकाल त्रेतायुग की तरह दीपावली मनानी है।
भाग संघचालक अरुण कुमार ने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं जो यह पुण्य का अवसर देखने में सक्षम हैं। उन्होंने बताया कि 01 से 15 जनवरी तक स्वयंसेवकों द्वारा घर-घर जाकर यह पूजित अक्षत को श्रीराम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण के स्वरूप दिया जाएगा। अध्यक्षता धर्मसंघ शिक्षामण्डल के महामंत्री जगजीतन पांडेय ने की। कार्यक्रम में विहिप के सह प्रान्त धर्माचार्य प्रमुख शशिभूषण त्रिपाठी, काशी दक्षिण भाग के श्रीराम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा गृह सम्पर्क अभियान के आयोजक के.वेंकट रमण घनपाठी एवं संयोजक संतोष, काशी विश्वनाथ मन्दिर के मुख्य अर्चक श्रीकान्त शर्मा उपस्थित रहें।
कार्यक्रम में दक्षिण भाग के 12 नगरों के कार्यसमिति को पूजित अक्षत कलश प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अन्त में भव्य शोभायात्रा संकट मोचन में निकाली गयी। जहां भक्तों ने श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ कर पूजित अक्षत द्वारा श्री संकटमोचन महाराज को निमंत्रित किया। यात्रा में सह भाग संचालक डा.आर.एन.चौरसिया, भाग प्रचारक विक्रान्त, डॉ.दिवाकर, डॉ.हरेन्द्र राय, विहिप की विभाग महिला संयोजक डॉ.विभा मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
दिव्यांगजनों ने किया शोभायात्रा का नेतृत्व
पहड़िया स्थित के.जी.आर. बिल्डिंग से शास्त्री घाट के लिए पूजित अक्षत कलश यात्रा निकाली गई। इसमें पुरुष, महिलायें और बच्चों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक, विहिप, बजरंगदल के कार्यकर्ता भी शामिल रहे। यात्रा का नेतृत्व दिव्यांगजनों ने किया। यह यात्रा पहड़िया से होते हुए पाण्डेयपुर, महावीर मंदिर, अर्दली बाजार, कचहरी, वरुणा पुल होते हुए शास्त्री घाट पहुंची। रास्ते में जगह-जगह क्षेत्रीय नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। पांडेयपुर दौलतपुर स्थित काली मंदिर पर दुर्गावाहिनी एवं मातृ शक्ति ने शंख बजाकर एवं फूल माला पहनाकर रामभक्तों का स्वागत किया। शास्त्री घाट पर आयोजित सभा में राम मंदिर आंदोलन के बारे में तथा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बारे में विस्तार से बताया गया।
इस दौरान डमरू दल के 50 सदस्यों ने डमरू ढ़ोल की नाद एवं जय श्रीराम के नारे से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। कार्यक्रम में राहुल सिन्हा के संयोजन में गौतम नगर, कपिल नगर, सारंग नगर, प्रेमचंद नगर के कार्यवाह,प्रदेश सरकार में मंत्री एवं शहर उत्तरी के विधायक रविन्द्र जायसवाल, विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष कन्हैया , आनंद , संजय सिन्हा , धीरज सिंह , विशाल व मनोज आदि भी शोभायात्रा में शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश