बाबा साहब के सिद्धांत आज भी उतने ही प्रासंगिक : धनीराम पैंथर
कानपुर, 06 दिसंबर (हि.स.)। हमारा कर्तव्य है कि बाबा साहब के सिद्धांतों, उनके संघर्षों और सामाजिक समरसता को लेकर दिए संदेश को जन-जन तक पहुंचाए और दूसरों को भी प्रेरित करें। इसके अलावा नागरिक अधिकारों, संविधान, समानता और शिक्षा के प्रति बाबा साहेब के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे। यह बातें शनिवार को भारतीय दलित पैंथर के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनीराम पैंथर ने कही।
बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर भारतीय दलित पैंथर द्वारा मकरावटगंज स्थित छोटी पार्क में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पैंथर धनीराम बौद्ध की अगुवाई में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और बाबा साहेब को नमन किया। इस श्रद्धांजलि सभा में लोगों में बाबा साहब के प्रति गहरा सम्मान देखने को मिला। संगठन ने आने वाले समय में समाज सुधार और जागरूकता को लेकर कई कार्यक्रम करने की घोषणा भी की है।
आगे उन्होंने कहा कि नाम नहीं उनके कार्य और आदर्श हमेशा भारत के दिल में जीवित हैं। कार्यक्रम में शामिल जिम्मेदारों ने समाज के कमजोर वर्गों, दलितों, वंचितों, पिछड़ों और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए मिलकर संघर्ष करने का संकल्प भी लिया, बाबा साहेब का नाम नहीं, उनके विचार चलने चाहिए। देश की प्रगति और समाज में समानता तभी संभव है जब हम संविधान, शिक्षा, और मानवीय मूल्यों को अपनाएं। आज हमने संकल्प लिया है कि बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलकर समाज को जागरूक करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप