सत्य बोलना सबसे श्रेष्ठ हैं : बाबा फुलसंदे वाले
- सत्पुरूष बाबा फुलसंदे वालों के तीन दिवसीय दिव्य सत्संग का दूसरा दिन
मुरादाबाद, 21 दिसंबर (हि.स.)। मुरादाबाद में खुशहालपुर स्थित रायल विला बैंक्वट हाल में सत्पुरूष बाबा फुलसंदे वालों के तीन दिवसीय दिव्य सत्संग के दूसरे दिन गुरुवार को बाबा फुलसंदे वालों ने आध्यात्मिक प्रवचन के उपरांत गरीब, दुखियारी जनता के लिए प्रार्थना की। एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा मंत्र का उच्चारण करते हुए निरंकार परमेश्वर से प्रार्थना की गई कि जो दु:खी हैं अशांत हैं उन्हें शांति प्रदान करे। जो बीमार हैं वह जल्दी स्वस्थ हो। जो गरीब हैं वह खुशहाल जीवन यापन कर सकें।
बाबा फुलसंदे वालों ने कहा कि केवल पूजा पाठ करना ही धर्म नहीं कहलाता, बल्कि थके हुओं को मंजिल तक ले जाना भी धर्म कहलाता है। नए-नए मंदिर बनवाना ही धर्म नहीं है, बल्कि हर आदमी ईश्वर का मंदिर है, यह जानना भी धर्म कहलाता है। उन्होंने कहा कि सत्य बोलना सबसे श्रेष्ठ है, परंतु सत्य से भी श्रेष्ठ है। हितकारक वचन बोलना चाहिए। किसी भी प्राणी के प्रति हिंसा न करें, सब के प्रति मित्र भाव रखते हुए विचारे। यह मनुष्य जन्म पाकर किसी के साथ वैर ना करें।
हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/डॉ. कुलदीप