साइकिल चलाओ-पर्यावरण बचाओ सन्देश के साथ युवाओं ने किया रामलला का दर्शन

 




-रचनात्मक पहल पर चढ़ाया आध्यात्मिक रंग

साइकिल चलाओ-पर्यावरण बचाओ का सन्देश देते हुए युवाओं ने रामलला के चरणों में टेका माथा

अयोध्या, 28 मई (हि.स.)। महाराष्ट्र, लातूर जनपद के उदगीर निवासी पांच युवकों ने अपनी रचनात्मक पहल को आध्यात्मिकता में सराबोर करने का प्रयास किया है। साइकिल चलाओ, पर्यावरण बचाओ का सन्देश देते हुए युवाओं ने रामलला के चरणों में माथा टेक विश्व कल्याण की कामना की।

उदगीर निवासी विवेक होलसंबरे, बालाजी महाडंकर, संजीव कुमार माने, विष्णु तैलंग व प्रवीण होलसंबरे ने घरेलू व सार्वजनिक वाहनों से बढ़ते प्रदूषण के प्रति चिंतन करते हुए जनजागरूकता की ठानी है। पांचों मित्रों ने रोजमर्रा के कामों में साइकिल के प्रयोग को प्रोत्साहित करना शुरू किया। इससे होने वाले शारीरिक लाभ का भी प्रचार किया।

अपने जागरूकता सन्देश को व्यापक करने के लिए 16 माई 24 को श्री रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या धाम के लिए प्रस्थान किया। विवेक के अनुसार चार साइकिल यात्रियों के साथ किसी आकस्मिक पूर्तिकर (बैकअप) के लिए एक कार साथ चल रही थी। अत्यधिक थकान अथवा अन्य कारण से साइकिल यात्री बदलाव लेते रहे। प्रतिदिन लगभग 110 से 120 किलोमीटर साइकिल चला कर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश होते हुए 28 मई (मंगलवार) को 13 दिनों में अयोध्या कारसेवकपुरम पहुंचे।

इसके पूर्व 2019 से सभी लोग पंजाब, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश आदि राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं। जल्दी ही शेष रह गए पूर्वोत्तर राज्यों का भी भ्रमण कर संदेश देंगे। 13 दिनों में 12 पड़ाव वाली यह 1350 किलोमीटर की साइकिल यात्रा रामलला के चरणों में समाप्त कर यहां से काशी, प्रयागराज व चित्रकूट होते हुए घर वापसी करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/पवन

/राजेश