चित्रकला शिविर के जरिये चित्रकारों को मिला दिया मंच
-कई नामचीन चित्रकारों के जरिये राज्य ललित कला एकेडमी ने युवाओं को मंच दिया
अयोध्या, 16 मार्च (हि.स.)। अयोध्या में श्रीरामलला के अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होने के उपरांत योगी सरकार नवोदित कलाकारों को श्रीराम के जीवन दर्शन से रूबरू कराई। रामोत्सव-2024 के अंतर्गत राज्य ललित कला अकादमी की ओर से 11 से 16 मार्च तक राष्ट्रीय चित्रकला शिविर इसका माध्यम बना। इसमें देश के विभिन्न प्रदेशों से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों ने हिस्सा लिया। अयोध्या में देश के सभी प्रदेशों से आए सुप्रसिद्ध कलाकार भगवान श्रीराम के जीवन दर्शन एवं उनसे संबंधित पात्रों को चित्र के माध्यम से जीवंत एवं मूर्त रूप में सृजित किया। चित्रकला शिविर में नवोदित कलाकार एवं कला के विद्यार्थियों को चित्रकला की बारीकियों को देखने एवं सीखने का सुअवसर भी प्राप्त हुआ।
देश-प्रदेश के सुप्रसिद्ध 40 नामचीन चित्रकारों ने किया प्रतिभाग
राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा राम उत्सव 2024 के अंतर्गत शनिवार को राष्ट्रीय चित्रकला शिविर का आयोजन बस स्टेशन अयोध्या धाम में स्थित निषाद राज गुह अतिथि गृह में आयोजित किया गया। इस शिविर में देश भर के 51 कलाकारों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें 40 कलाकारों ने प्रतिभाग किया।
प्रतिभागी कलाकार महाराष्ट्र कोलकाता दिल्ली भोपाल कुरुक्षेत्र वाराणसी शिमला उदयपुर भुवनेश्वर आदि से पधारे और उन्होंने राम आधारित चित्रों का सुंदर संयोजन करते हुए चित्रांकन किया। प्रतिभागी कलाकारों में डगलस जान मुंबई आनंद पांचाल, विनय शर्मा जयपुर शिव बालन तमिलनाडु सुकांता दास कोलकाता उत्तर प्रदेश से प्रणाम सिंह वाराणसी राजेंद्र प्रसाद लखनऊ।
समापन समारोह की मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रतिभा गोयल, डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय विशेष अतिथि नीतीश कुमार, जिलाधिकारी अयोध्या एवं विशिष्ट अतिथि अश्वनी कुमार पांडे उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण अयोध्या की उपस्थिति में संपन्न हुआ।प्रतिभागी कलाकारों को अकादमी की ओर से अंग वस्त्र स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
स्लाइड शो, कलाकृतियों के जरिए युवा छात्र-छात्राओं को कराया गया परिचित
राज्य ललित कला अकादमी की निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला ने बताया कि रामोत्सव 2024 के जरिए अयोध्या में देश-प्रदेश के कलाकारों को कला-संस्कृति, साहित्य का बड़ा मंच उपलब्ध कराया गया है। इसी क्रम में कलाकृतियों के जरिए भी दिग्गज कलाकारों की शैली और तकनीक को जानने का अवसर भी छात्र छात्राओं को मिला। राममय अयोध्या को कलाकार किस दृष्टि से देखते हैं, इस शिविर का आयोजन भी इसी उद्देश्य के साथ किया गया है। शिविर अवधि में वरिष्ठ कलाकारों द्वारा अपने कार्यों का स्लाइड शो व व्याख्यान भी दिया गया। शिविर में स्थानीय स्तर पर डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के छात्र-छात्राओं व शिक्षकों का सहयोग भी मिल।
शिविर के प्रतिभागी कलाकारों ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किये तथा अकादमी द्वारा आयोजित इस भव्य शिविर की सराहना की। मुख्य अतिथियों द्वारा प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। तथा सृजित चित्रों को की सराहना करते हुए कहा कि यह चित्र सालों साल लोगों को भक्ति रूप से प्रेरित करेंगे आकर्षित करेंगे तथा युवा छात्र छात्राओं के सृजन को परिपक्व करने सहायक होंगे। समापन समारोह में ललित कला विभाग द्वारा अवध विश्वविद्यालय के समन्वयक सुरेंद्र कुमार मिश्र एवं शिक्षिका सरिता सिंह के साथ ललित कला विभाग ,अवध विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएँ इस अवसर पर अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र मिश्रा भी की उपस्थिति विशेष रही।
हिन्दुस्थान समाचार /पवन /बृजनंदन