ओपन एक्सेस पब्लिशिंग से शोध प्रकाशनों को फ्रीडमः डॉ0 मोहित गर्ग
नई टेक्नोलाॅजी से शोधार्थी को अपडेट रहने की जरूरतः प्रो0 एसएस मिश्र
अयोध्या, 25 नवंबर (हि.स.)। ओपन एक्सेस पब्लिशिंग विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय और आईआईटी दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में भौतिक एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग के सेमिनार कक्ष में का शुभारम्भ किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता आईआईटी दिल्ली के डॉ0 मोहित गर्ग रहे। अध्यक्षता डीन आफ साइंस प्रो0 एसएस मिश्रा ने की। अतिथियों के प्रति स्वागत कार्यशाला के संयोजक प्रो0 सिद्धार्थ शुक्ल द्वारा किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ0 मोहित गर्ग ने बताया कि ओपन एक्सेस पब्लिशिंग को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है। इसमें शोध प्रकाशनों को फ्रीडम दी जाती है। इसके अलावा उन्हें ओपन लाइसेंस भी दिया जाता है। उन्होंने बताया कि ओपन एक्सेस से शोध को काफी मदद मिली है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर इसका काफी उपयोग किया जा रहा है। शोध संबंधी जानकारी ओपन एक्सेस पब्लिशिंग निःशुल्क उपलब्ध कराता है।
कार्यशाला की अध्यक्ष्ता करते हुए डीन साइंस प्रो0 एस0एस0 मिश्र ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान का केंद्र है। वर्तमान में शोध की नई टेक्नोलाॅजी से प्रत्येक शोधार्थी को अपडेट रहने की आवश्यता है। इसमें ओपन एक्सेस पब्लिशिंग उपयोगी सिद्ध होगा। कार्यक्रम के संयोजक प्रो0 सिद्धार्थ शुक्ल द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुए दो दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर शाम्भवी मुद्रा शुक्ला ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय