श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं राम कथा का हुआ शुभारंभ

 


औरैया, 26 अक्टूबर (हि. स.)। जनपद के में नोगवा रोड पर गुरुवार से श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हो गया। पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा डमरू ढोल-मंजीरे के साथ गांव की गलियों चौराहों से होकर कथा स्थल तक पहुंची। महिलाओं ने कलश यात्रा के दौरान ऋद्धि सिद्धि के प्रतीक कलश को सिर पर रखकर यात्रा पूर्ण की।

श्री धाम वृंदावन से आए कथावाचक पंडित ऋषभ देव त्रिपाठी ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का प्रारंभ कलश यात्रा के बाद होता है। कलश हमारे जीवन के हर क्षण में काम आता है। जन्म के समय भी कलश स्थापना की जाती है और मरने के समय भी शरीर के साथ कलश विसर्जित किया जाता है। कलश पर रखा नारियल इस बात की शिक्षा देता है कि परिवार के मुखिया को ऊपर से सख्त और अंदर से मुलायम होना चाहिए। इससे जीवन की गाड़ी बेहतर चलती है। कलश के ऊपर रखी जाने वाली माला संदेश देती है कि जिस तरह फूल महकता है उसी प्रकार मनुष्य का जीवन भी दूसरों को सुगंध देने वाला होना चाहिए।

श्री राम कथा वाचक आचार्य शशिकांत तिवारी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के सुनने मात्र से प्राणियों के द्वारा किए गए जीवन भर के पाप से मुक्ति मिल जाती है। कथा 1 नवम्बर तक चलेगी। 2 नवंबर को यज्ञाहुति व भंडारा का आयोजन किया गया है। कलश यात्रा में परीक्षित आलोक तिवारी, दीपा तिवारी, सुरेश सिंह, राजू, संजय, बाबू सिंह,रामजी तिवारी, लोली पंडित, सभासद राघवेंद्र सिंह, मोती लाल, आदि सैकड़ो महिला एवं पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील/पदुम नारायण