बढ़ती गर्मी गेहूं के लिए घातक, किसान परेशान

 


औरैया, 10 मार्च (हि.स.)। बढ़ती गर्मी इंसानों के साथ-साथ फसलों को भी प्रभावित कर रही है। किसानों को डर है कि बढ़ती गर्मी कहीं उनके अरमानों को झुलसा न दे। पहले बरसात ने उनके अरमानों पर पानी फेरा था। अब इन दिनों हो रही चटक धूप फसल को नुकसान पहुंचा सकती है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 15 व अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया। जो गेहूं की फसल के लिहाज से मुफीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिक गेहूं की फसल में 15 से 20 फीसदी तक नुकसान की आशंका जता रहे हैं।

इस बार गेहूं की फसल पर शुरू से ही मौसम की मार रही है। सर्दियों में बेमौसम बरसात से गेहूं की फसल प्रभावित हुई। जलभराव होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ। अब अचानक गर्म मौसम से गेहूं की फसल को नुकसान है। इन दिनों किसान बेहद चिंतित हैं अधिकतम तापमान 30 व न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए अधिकतम तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस चाहिए। जबकि इन दिनों तापमान बहुत अधिक बढ़ा हुआ है।

कृषि विभाग के ब्लॉक प्रभारी डॉ. आनंद कुमार ने बताया कि ऐसा मौसम गेहूं की फसल के लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है। जिले में करीब एक लाख 28 हजार हेक्टेयर में रबी की फसल बोई गई है। इसमें एक लाख दो हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल बोई गई है। 40 प्रतिशत रकबे में पिछेती गेहूं की फसल खड़ी है। गेहूं के लिए न्यूनतम तापमान आठ से दस डिग्री सेल्सियस अच्छा माना जाता है। इन दिनों न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। यह बहुत ज्यादा है।

फिलहाल न्यूनतम और अधिकतम तापमान न में कमी आने के बजाय बढ़ोतरी की संभावना ज्यादा है। गेहूं सर्दी की फसल है। गेहूं में बालियां लगने के बाद तैयार होने के लिए समय चाहिए। यदि इसी तरह तापमान बढ़ा तो गेहूं के उत्पादन में 15 से 20 फीसदी तक गिरावट की आशंका है।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनील /राजेश