ज्वाला देवी गंगापुरी में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस कार्यक्रम आयोजित

 


प्रयागराज, 06 दिसम्बर (हि.स.)। ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज गंगापुरी रसूलाबाद के रज्जू भैया सभागार में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस की पूर्व संध्या पर झण्डा दिवस कार्यक्रम का आयोजन भव्य रूप से किया गया।

विद्यालय के मीडिया प्रभारी दीपक कुमार मिश्र ने बताया कि इस अवसर पर 11वीं की छात्रा समीक्षा पाण्डेय, प्रतीक्षा त्रिपाठी एवं सूर्यांश त्रिपाठी ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम प्रमुख आचार्या सविता त्रिपाठी ने झण्डा दिवस के विषय में बताते हुए कहा कि देश की आजादी के बाद सरकार को लगा सीमा पर तैनात सैनिकों के परिजनों की आवश्यकताओं का ख्याल रखने की अधिक आवश्यकता है। इसलिए 7 दिसम्बर, 1949 को झंडा दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया था, जो आज भी जारी है।

-सशस्त्र सेना झंडा दिवस का बैजउन्होंने आगे बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर हुए धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य हैं- 1.युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग। 2.सेना में कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग हेतु एवं 3.सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण हेतु इस दिवस पर धन-संग्रह सशस्त्र सेना के प्रतीक चिन्ह झंडे को बांट कर किया जाता है। इस झंडे में तीन रंग (लाल, गहरा नीला और हल्का नीला) तीनों सेनाओं को प्रदर्शित करते हैं।

सशस्त्र सेना झंडा दिवस या झंडा दिवस प्रत्येक वर्ष 7 दिसम्बर को मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना के जवानों का आभार प्रकट करते हुए सेना के लिए धनराशि एकत्र करना है, जिसकी जरूरत आजादी के बाद ही भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों और सेना के कल्याण हेतु हुई। अगर आप भी अपना योगदान सेना को देना चाहते हैं तो आप केन्द्रीय सैनिक बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर अपना योगदान दे सकते हैं।

मीडिया प्रभारी ने बताया कि इसके साथ ही डॉ.भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस के विषय में बताते हुए कविता प्रस्तुत कीं गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने कार्यक्रम के आयोजन हेतु बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन छात्रा शिक्षा तिवारी ने किया। इस अवसर पर सभी विद्यार्थी व अध्यापकगण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र