हर छात्र की शैक्षिक कुंडली तैयार करेगा 'अपार', 3260 स्कूलों के 5.26 लाख छात्र-छात्राओं को मिलेगा लाभ

 


- मीरजापुर में अब तक 58 हजार छात्रों का अपार कार्ड तैयार

- ड्रॉपआउट बच्चों की ट्रैकिंग और शिक्षा में वापसी होगी आसान।

- 'वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी' के तहत छात्रों को मिलेगा 12 अंकों का यूनिक आइडी

मीरजापुर, 15 दिसंबर (हि.स.)। जिले के सभी सरकारी, गैर-सरकारी विद्यालयों और मदरसों में पढ़ने वाले कक्षा 12 तक के 5.26 लाख छात्र-छात्राओं के लिए आटोमेटेड परमानेंट अकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) योजना लागू हो रही है।

इस योजना के अंतर्गत छात्रों की पूरी शैक्षिक जानकारी, जैसे परीक्षा ग्रेड, सर्टिफिकेट, और उपलब्धियां, डीजी लॉकर में संरक्षित रहेगी। अब तक जिले में 58 हजार बच्चों का अपार कार्ड तैयार हो चुका है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा ने कहा कि सभी छात्रों का डेटा यू-डायस पोर्टल पर अंकित कर अपार आईडी तैयार करना प्राथमिकता है। इससे शिक्षा व्यवस्था अधिक पारदर्शी और संगठित होगी।

क्या है 'अपार'?

'अपार' का उद्देश्य सभी छात्रों के लिए एक स्थायी शैक्षिक पहचान बनाना है। योजना के तहत प्रत्येक छात्र को 12 अंकों की यूनिक आईडी दी जाएगी। यह आईडी उनके शैक्षिक और करियर संबंधी दस्तावेजों को डिजिटली संरक्षित करेगी, जिससे भविष्य में कागजात खोने का डर खत्म होगा।

ड्रॉपआउट बच्चों की ट्रैकिंग

जिला समन्वयक अरशद अली ने बताया कि अपार आईडी की मदद से ड्रॉपआउट बच्चों को ट्रैक कर उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ना आसान होगा। साथ ही, सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का लाभ छात्रों को सुनिश्चित किया जाएगा।

ऐसे तैयार होगी 'अपार' आईडी

यू-डायस पोर्टल पर दर्ज डेटा के आधार पर अपार आईडी बनाई जाएगी। पोर्टल पर छात्रों की संक्षिप्त जानकारी भरते ही यूनिक आईडी तैयार हो जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा