सदन में केवल हाजिरी न लगाएं बल्कि सदन में उपस्थित भी रहें : विधान सभा अध्यक्ष

 


-विधान सभा शीतकालीन सत्र आरम्भ से पूर्व हुई सर्वदलीय बैठक

लखनऊ, 27 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक में राज्य के संसदीय परम्पराओं के अनुरूप इस साल के तृतीय सत्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की। सभी नेताओं ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह सदन के संचालन में पूरा सहयोग करेंगे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने आग्रह किया कि सदस्य सदन में केवल हाजिरी न लगाएं बल्कि सदन में उपस्थित भी रहें। सदन में हम सभी को मिलकर जनहित में सामूहिक चर्चा करनी चाहिए।

इस मौके पर नेता सदन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलीय नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि तीसर सत्र संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप होगा। सदन एक सार्थक चर्चा का माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि हम सब लोगों ने सदैव सदन को बढ़ चढकऱ चलाने का काम किया, जिसे देश दुनिया में सराहा गया। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य है जो दिन प्रतिदिन प्रगति के पथ पर है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे प्रसन्नता हो रही है कि देश के विधान सभाओं में जब उप्र जैसे राज्य की चर्चा होती है तो यह व्यवस्था चमत्कारिक जैसे लगता है। उन्होनें कहा कि नेतृत्व जैसा व्यवहार करेगा परिणम वैसा ही होगा। दलीय नेताओं के सहयोग पर भी प्रसन्नता व्यक्त किया कि अब लोग विकास को अपना मुद्दा बनाते हैं। विधायक निवासों की सुरक्षा को लेकर प्रमुख सचिव गृह का ध्यानाकर्षण करते हुए पुख्ता इंतजाम किये जाने के भी निर्देश दिये हैं। गरीबों के इलाज पर दिये गये अनुदानों पर सभी दलीय नेताओं ने इसकी सराहना की। उन्होनें कहा कि इसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। इस पर दलगत राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि वे हमारे राज्य के नागरिक हैं। सदन को सुदृढ़ तरीके से चलाकर आने वाली पीढ़ी को एक अच्छा संदेश देना चाहिए।

इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी के विचारों एवं सुझावों पर धन्यवाद देते हुए सदन चलाने में सहयोग के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सदन चलने पर ही सभी समस्याओं का निदान होता है। उसी से प्रदेश विकास के पथ पर होगा। यह एक अच्छी परम्परा है। खन्ना ने कहा कि नेता सदन की मंशा के अनुरूप चर्चा कर ऐतिहासिक रूप से परम्पराओं का निर्वहन किया जायेगा। सत्र सुचारू रूप से चलाने के आश्वासन का हम स्वागत करते हैं।

बैठक में नेता प्रतिपक्ष की जगह समाजवादी पार्टी के सचेतक मनोज कुमार पाण्डेय, नेता अपना दल रामनिवास वर्मा, नेता लोकदल राजपाल बालियान, नेता सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ओम प्रकाश राजभर, नेता निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा (मोना), जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह एवं बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह सहित सभी दलीय नेताओं ने मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया। इससे पूर्व कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में समिति के सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे। इस मौके पर नई कार्य संचालन नियमावली का विमोचन भी किया गया।

एक अन्य बैठक में विधानसभा सत्र के दौरान इसकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सम्बन्धित अधिकारियों के साथ विधान सभा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विचार विमर्श किया गया। उल्लेखनीय है कि 28 नवम्बर से उत्तर प्रदेश विधान सभा का शीतकालीन सत्र आरम्भ हो रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिलीप शुक्ल/विद्याकांत