लोस चुनाव : इत्र नगरी कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव, गुरुवार को करेंगे नामांकन

 


- भतीजे तेजप्रताप यादव का टिकट कटा

लखनऊ, 24 अप्रैल (हि.स.)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इत्र नगरी कन्नौज से चुनाव मैदान में उतरेंगे। वह गुरुवार को अपना नामांकन करेंगे, इसकी पुष्टि पार्टी और राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने बुधवार शाम को कर दी। इस एलान के बाद अब कन्नौज में चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प और कड़ा होने वाला है।

उल्लेखनीय है कि कन्नौज सीट पर दो दिन पूर्व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को कन्नौज से टिकट दिया था। तेजप्रताप यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के भतीजे हैं। तेज प्रताप का कन्नौज सीट पर चुनाव लड़ने के एलान के बाद से ही स्थानीय नेता और संगठन के स्वर अखिलेश यादव को लेकर मुखर हो रहे थे। लेकिन सपा अध्यक्ष इस पर चुप्पी साधे रहे। बुधवार को सपा का गढ़ कही जाने वाली कन्नौज सीट पर उम्मीदवार को बदलते हुए खुद अखिलेश यादव इत्र नगरी से चुनाव मैदान में आ गए।

अखिलेश के चुनाव लड़ने की पुष्टि करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि सपा अध्यक्ष कन्नौज से ही चुनाव लड़ेंगे और अखिलेश 25 अप्रैल की दोपहर कन्नौज सीट से नामांकन करेंगे। वहीं पार्टी के सोशल मीडिया अकाउंट से भी अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने और गुरुवार को नामांकन कराए जाने की पुष्टि कर दी गई है। अब इस हॉट सीट पर जबरदस्त चुनावी मुकाबला देखने को मिलेगा। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी और वर्तमान सांसद सुब्रत पाठक के बीच होगा। हालांकि बसपा ने भी इस सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी को उतारा है। बसपा प्रमुख मायावती ने कन्नौज लोकसभा सीट पर अकील अहमद पट्टा को प्रत्याशी बनाया है। अकील अहमद पट्टा कानपुर देहात जिले के रसूलाबाद के निवासी है।

बता दें कि सपा इससे पहले बदायूं, मेरठ, मुरादाबाद, रामपुर, गौतमबुद्ध नगर सीट से भी उम्मीदवार बदल चुकी है। अब कन्नौज से उम्मीदवार बदलने के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं।

कन्नौज सपा उम्मीदवार बदलने और सपा अध्यक्ष के चुनाव मैदान में आने पर भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की पार्टी उनकी जेब में है, किसी को भी वे टिकट दे सकते हैं और किसी का भी टिकट काट सकते हैं। मैं अखिलेश यादव के चुनाव मैदान में आने से अब यहां से चुनाव में बराबरी की लड़ाई होगी, अगर कोई और लड़ेगा तो उसकी जमानत जब्त हो जाती।

हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/बृजनंदन