लोस : सांसद अफजाल अंसारी ने बेटी नुसरत के साथ किया नामांकन

 


गाजीपुर, 13 मई (हि.स.)। गाजीपुर लोकसभा चुनाव में सोमवार को बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने समाजवादी पार्टी प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ ही उनकी बेटी नुसरत अंसारी ने भी नामांकन दाखिल किया। कड़ी सुरक्षा के बीच नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे अफजाल असारी के वाहन चालक के रूप में गत दिनों दिवंगत हो चुके उनके छोटे भाई मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी रहे।

अफजाल अंसारी नामांकन करने पहुंचे उस समय उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में लगी पूर्व सांसद सरजू पांडे की मूर्ति पर नमन किया। उन्होंने कहाकि सरजू पांडेय मेरे राजनीतिक गुरु रहे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी से गाजीपुर के सांसद रहे सरजू पांडेय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं में शुमार रहे। जिन्होंने अफजाल अंसारी को अपनी पहल पर 1985 में विधानसभा का चुनाव लडवाकर विधायक बनाया था।

नामांकन दाखिल करने के बाद अफजाल अंसारी ने मीडिया को बताया कि सपा प्रत्याशी के रुप में हमने दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया है। उन्होंने कहाकि इंडिया गठबंधन भारी बहुमत की तरफ बढ़ रही है। भाजपा के खिलाफ जनमानस में काफी आक्रोश है। हमारा चुनाव गाजीपुर की जनता लड़ रही है। नामांकन के समय पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, विधायक वीरेंद्र यादव, विधायक जैकिशन साहू, जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा, मुन्नन यादव, कांग्रेस नेता मारकंडेय सिंह, विधायक मन्नू अंसारी, सपा नेता पारसनाथ यादव, उमर अंसारी आदि लोग मौजूद थे।

मुकदमे में सजा न हो जाए इसलिए अफजाल अंसारी ने भरवारा बेटी का नामांकन

गौरतलब हो कि अफजाल अंसारी पर पूर्व में गैंगस्टर का मुकदमा चल रहा है। जिसमें उन्हें गाज़ीपुर न्यायालय द्वारा 4 साल की सजा सुनाई गई। जिसको लेकर बीच में उनकी सदस्यता भी कुछ दिनों के लिए समाप्त हो गई थी। उनके द्वारा हाई कोर्ट में अपील की गई। हाई कोर्ट द्वारा उन्हें इस मामले में जमानत तो दी गई, लेकिन बरी नहीं किया गया। इस प्रकरण को लेकर चल रहे मुकदमे में ही कयास लगाया जा रहे हैं कि संभवत: अफजाल अंसारी को यदि सजा हो गई तो वह चुनाव नहीं लड़ सकते। कुछ ऐसी ही उम्मीद में उनके तरफ से बेटी नुसरत का भी पर्चा दाखिल कराया गया है। उन्होंने बताया कि नुसरत अंसारी ने सपा प्रत्याशी के विकल्प के रुप में और निर्दल के रुप में भी नामांकन दाखिल किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीराम जायसवाल/राजेश