आईआईटी कानपुर में ओलंपियाड के जरिए भी मिलेगा बीटेक और बीएस प्रोग्राम में प्रवेश
कानपुर, 06 नवंबर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में प्रवेश का सपना संजोए छात्रों के लिए खुशखबरी है। अब यहां पर जेईई एडवांस्ड के अलावा ओलंपियाड के जरिए भी छात्र प्रवेश ले सकेंगे। आगामी सत्र में ओलंपियाड क्वालिफाइड छात्रों को बीटेक और बीएस प्रोग्राम में प्रवेश का मौका मिलेगा।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में प्रदर्शन के आधार पर अपने बीटेक और बीएस प्रोग्राम के लिए एक नए प्रवेश मार्ग की घोषणा की है। शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से शुरू होने वाली इस पहल का उद्देश्य गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और इन्फॉर्मेटिक्स जैसे विषयों में अत्यधिक प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले असाधारण प्रतिभाशाली छात्रों को लाभान्वित करना है।
इस कार्यक्रम के तहत, आईआईटी कानपुर पांच विभागों जैविक विज्ञान और जैव इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, रसायन विज्ञान, आर्थिक विज्ञान और गणित और सांख्यिकी में आरक्षित सीटों की पेशकश करेगा । इस मार्ग के माध्यम से प्रवेश विशेष रूप से उन छात्रों के लिए प्रति विभाग सीमित संख्या में सीटों की अनुमति देगा, जिन्होंने संबंधित ओलंपियाड शिविरों में कठोर तैयारी और प्रशिक्षण लिया है। यह पहल उन छात्रों के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान करती है जो पारंपरिक जेईई (एडवांस्ड) मार्ग को दरकिनार करते हुए भारत के अग्रणी संस्थानों में से एक में इन क्षेत्रों में अपने जुनून को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
इस मार्ग से पात्रता के लिए उम्मीदवारों की आयु जेईई (एडवांस्ड) उम्मीदवारों के समान होनी चाहिए और उन्होंने प्रवेश के वर्ष या उससे पहले के वर्ष में पहली बार कक्षा 12 (या समकक्ष) की परीक्षा दी हो, जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित अनिवार्य विषय हों। उम्मीदवारों को उस विषय में संबंधित ओलंपियाड प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया होना चाहिए जिसके लिए वे आवेदन कर रहे हैं। जो लोग पहले जोसा के माध्यम से आईआईटी में प्रवेश ले चुके हैं या जिनका आईआईटी प्रवेश रद्द हो गया है, वे पात्र नहीं हैं।
चयन प्रक्रिया में दो चरण शामिल हैं। शुरुआत में, प्रत्येक विभाग ओलंपियाड रैंकिंग के आधार पर आवेदकों की समीक्षा करेगा और उसके अनुसार उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करेगा। इसके बाद ये उम्मीदवार लिखित परीक्षा में भाग लेंगे, जो अनिवार्य है, और यदि आवश्यक हो तो साक्षात्कार भी लेंगे। संस्थान स्तर पर, शैक्षणिक मामलों के डीन के नेतृत्व में एक चयन समिति प्रत्येक विभाग की सिफारिशों को कंसोलिडेटेड करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रवेश प्रक्रिया सुव्यवस्थित हो, जिससे कि प्रत्येक विभाग में बिना किसी ओवरलैप के सभी उपलब्ध सीटें भरी जा सकें।
प्रो. शलभ, डीन ऑफ़ एकेडमिक्स अफेयर्स, आईआईटी कानपुर ने कहा कि हमारी यह ओलंपियाड-आधारित प्रवेश पहल उन प्रतिभाशाली छात्रों को अवसर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। हम नवाचार और आलोचनात्मक सोच से समृद्ध एक विविध शैक्षणिक वातावरण तैयार कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य अपने शैक्षणिक समुदाय को ऐसे व्यक्तियों से जोड़ना है, जो अद्वितीय दृष्टिकोण और असाधारण विश्लेषणात्मक कौशल लेकर आते हैं। इस पहल के माध्यम से, हमारा उद्देश्य उन विषयों में नवाचार का समर्थन और प्रचार करना है जो भारत के विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए आवश्यक हैं।
इस नए प्रवेश मार्ग की समय-सीमा मार्च 2025 की शुरुआत में आवेदन आमंत्रित करने के साथ शुरू होगी। आवेदन विंडो मार्च के अंत में बंद हो जाएगी और विभाग संबंधित शैक्षणिक वर्षों में मई तक अपनी स्क्रीनिंग और परीक्षा आयोजित करेंगे। चयनित अभ्यर्थियों को संस्थान ज्वाइन करने के प्रस्ताव जून 2025 में दिए जाएंगे, जिससे आवेदकों को एक सुव्यवस्थित समय-सीमा मिलेगी जो पर्याप्त तैयारी और प्रवेश के लिए एक स्पष्ट मार्ग प्रदान करेगी।
इस वैकल्पिक प्रवेश मार्ग के माध्यम से, आईआईटी कानपुर असाधारण विश्लेषणात्मक कौशल वाले युवा नवप्रवर्तकों के लिए चुनिंदा विभागों में सीटें आरक्षित कर रहा है, जिससे यह भारत के उन कुछ संस्थानों में से एक बन गया है जो प्रतिष्ठित वैश्विक ओलंपियाड प्लेटफार्मों से प्रतिभाओं की सीधे भर्ती करता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह