पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से उप्र के प्रदूषण में आएगी कमी
कानपुर, 08 नवम्बर (हि.स.)। नवम्बर माह के पहले ही पखवारे से मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया और आसमान में धुंध छाने लगी। इससे प्रदूषण के कण लोगों को परेशान करने लगे। हालांकि अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है जिससे उत्तर प्रदेश के प्रदूषण में कमी आ सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बूंदाबांदी की संभावना है लेकिन कानपुर मंडल में बारिश के आसार नहीं है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बुधवार को बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे अफगानिस्तान पर बना हुआ है। वहीं भारत में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है। जल्द एक पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर दस्तक देगा जिसका असर मैदानी इलाकों पर भी नजर आएगा। उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में भी बादल और बूंदाबांदी की संभावना है। इस पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदूषकों को तितर-बितर करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनने लगेंगी। इनका असर पूरे उत्तर प्रदेश पर पड़ सकता है। उत्तर पश्चिमी हवाओं का बहाव भी होगा और इनकी गति 11 नवम्बर से और तेज होगी। इससे धुंध भी कम हो सकती है।
उन्हाेंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 32.4 और न्यूनतम तापमान 13.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 90 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 35 फीसदी रही। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 1.1 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में आसमान साफ रहने के साथ कारण वर्षा की कोई संभावना नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/दिलीप