सपा में टिकट कटने पर कार्यकर्ता हुए मुखर, प्रदेश मुख्यालय के सामने किया प्रदर्शन
लखनऊ, 02 मई (हि.स.)। समाजवादी पार्टी (सपा) में पार्टी नेताओं की असंतुष्टि अब मुखर होकर सामने आने लगी है। लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण के मतदान से पूर्व गुरुवार को सुल्तानपुर और श्रावस्ती से पार्टी नेताओं की टिकट काटे जाने से नाराज समर्थकों और कार्यकर्ता प्रदर्शन करने लगे। दोनों ही जगहों से प्रदर्शन के लिए कार्यकर्ता सपा मुख्यालय पहुंचे थे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जहां लोकसभा चुनाव में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की बात करते हुए टिकट घोषित कर रहे हैं। उनके इस टिकट वितरण और चुनावी रणनीति के बीच पार्टी नेताओं की नाराजगी और अंतर्कलह सामने आने लगा है। ऐसा ही मामला सुल्तानपुर और श्रावस्ती लोकसभा सीट में घोषित उम्मीदवारों के टिकट कटाने से मुखर हो कर सड़कों पर आ गई।
सपा ने सुल्तानपुर सीट भीम निषाद और श्रावस्ती से धीरेंद्र प्रताप सिंह को टिकट दिया था। बाद में जिस तरह से रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ, बदायूं, कन्नौज में घोषित उम्मीदवारों के टिकट कांटे गए उसी तरह से सुल्तानपुर और श्रावस्ती सीट से घोषित उम्मीदवारों के टिकट काट दिए गए। टिकट कटने से भीम निषाद और धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने समर्थक पार्टी हाईकमान से लगातार नाराज चल रहे थे। आज दोनों ही नेताओं के काफी संख्या में समर्थक और कार्यकर्ताओं का सब्र टूट गया और वो राजधानी लखनऊ के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने मुख्यालय गेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए टिकट काटने का विरोध जताया और नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि टिकट घोषित होने के बाद हमारे नेताओं ने प्रचार शुरू कर दिया था। उन्हें जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा था और जीत भी पक्की थी। इसके बावजूद पार्टी ने उनका टिकट काट दिया, यह गलत है और हम इसके विरोध में अपने नेताओं के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस मामले में मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि जिन नेताओं के समर्थन में पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है, वो कार्यकर्ता पार्टी के नहीं हैं। पार्टी में विचार करने के बाद ही टिकट बदलने का निर्णय लिया जाता है। जिनके नेताओं के समर्थक या कार्यकर्ताओं की ओर से प्रदर्शन की बात सामने आ रही है उन्हें बुलाया गया है। इसमें किसी भी प्रकार की पार्टी में अंतर्कलह नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/राजेश