इविवि का प्रवेश परीक्षा नियमों में चुपचाप बदलाव करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : अभाविप
- इविवि प्रशासन उचित कदम उठाए, अन्यथा उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे
प्रयागराज, 18 जुलाई (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई ने प्रवेश परीक्षा निदेशक प्रो. जे.के पति को प्रवेश परीक्षा परिणामों में हुई गड़बड़ी एवं इविवि द्वारा निर्धारित सीयूईटी रजिस्ट्रेशन तिथि को आगे बढ़ाने के लिए ज्ञापन सौंपा। कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा नियमों में चुपचाप बदलाव करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अभाविप मांग करती है कि आईपीएस प्रवेश परीक्षा परिणामों को पुनः नियमानुसार जारी किया जाए।
अभाविप सदस्य, केंद्रीय मीडिया टोली एवं प्रदेश मीडिया संयोजक अभिनव मिश्र ने बताया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए आईपीएस प्रवेश परीक्षा परिणामों में छात्रों द्वारा यह पाया गया कि ईयर गैप के लिए कटौती नहीं की गई है तथा इविवि द्वारा जारी किए गए ब्रोशर में 11 बिंदु थे। जिनसे ईयर गैप के लिए नंबर कटने का प्रावधान था। किंतु प्रवेश परीक्षा परिणाम को जारी किए जाने के बाद जब अभाविप कार्यकर्ताओं एवं अन्य छात्र संगठनों द्वारा आवाज़ उठाई गई तो चुपचाप 15 जुलाई को देर रात ब्रोशर में बदलाव कर इस प्रावधान को हटा दिया गया। छात्रों का यह भी कहना है कि यह नियम कुछ छात्रों के दबाव में बदले गए हैं। अभाविप प्रवेश परीक्षा परिणाम जारी किए जाने के पश्चात इस प्रकार के बदलाव को बिल्कुल स्वीकार नहीं करेगी।
अभाविप इविवि के इकाई अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश परीक्षा के नियमों को प्रवेश परीक्षा परिणाम आने के बाद मनमाने ढंग से बदलना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इविवि में व्याप्त प्रशासनिक अराजकता को दर्शाता है। अभाविप इविवि के इस रवैये को कदापि स्वीकार नहीं करेगी। अभाविप विश्वविद्यालय प्रशासन को 48 घण्टे का समय देती है कि इस प्रकरण में त्वरित संज्ञान लेते हुए परीक्षा परिणामों को पुनः पूर्व निर्धारित नियमों द्वारा जारी किया जाए।
अभाविप इकाई उपाध्यक्ष अखिलेश कुशवाहा ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने सीयूईटी के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 20 जुलाई रखी है। अभी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा प्रवेश परीक्षा परिणाम जारी नहीं किए गए हैं। साथ ही आज काफी विद्यार्थियों ने परीक्षा को पुनः दिया है। निर्धारित तिथि के चलते काफी छात्र रजिस्ट्रेशन करने से वंचित रह जाएंगे। अतः अभाविप रजिस्ट्रेशन तिथि को कम से कम दो सप्ताह बढ़ाने की मांग करती है। इस दौरान अमर सिंह, उत्कर्ष उपाध्याय, मणिकांत तिवारी, वरुण तिवारी, सिद्धार्थ आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र / मोहित वर्मा